Published 19:09 IST, October 10th 2024
आर जी कर अस्पताल में सीलबंद डिब्बे में 'खून से सने' सर्जिकल दस्ताने मिले, जूनियर डॉक्टरों का आरोप
KOLKATA: RG कर अस्पताल के एक कनिष्ठ चिकित्सक ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि एक मरीज का इलाज करते समय उन्हें सीलबंद डिब्बे में खून से सने सर्जिकल दस्ताने मिले।
KOLKATA: कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एक कनिष्ठ चिकित्सक ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि एक मरीज का इलाज करते समय उन्हें सीलबंद डिब्बे में खून से सने सर्जिकल दस्ताने मिले। ऐसे दस्ताने के उपयोग से संक्रमण हो सकता है।
कनिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि उन्हें ये दस्ताने उस समय मिले जब वह अस्पताल के ट्रॉमा केयर सेंटर में एक संक्रामक रोग से पीड़ित मरीज का इलाज कर रहे थे।
डॉक्टर ने कहा, “यदि ये दाग मिट्टी या गंदगी के होते तो इन्हें मिटा दिया जाता। लेकिन लगता है कि ये खून के धब्बे हैं।”
राज्य स्वास्थ्य विभाग के केंद्रीय चिकित्सा आपूर्ति विभाग ने कहा कि वह मामले की जांच करेगा।
जूनियर डॉक्टरों ने लगाए गंभीर आरोप
कनिष्ठ चिकित्सक ने आरोप लगाया कि यह आर जी कर अस्पताल का अकेला मामला नहीं है, बल्कि विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में यह व्यापक समस्या है।
उन्होंने दावा किया कि 28 सितंबर को सलाइन की बोतलें फफूंद से दूषित पाई गईं।
आरजी कर अस्पताल में नौ अगस्त को एक चिकित्सक की कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई, जिसके बाद कनिष्ठ डॉक्टरों ने दो चरणों में लगभग दो महीने तक काम बंदी की। वे पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। इस घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। केंद्रीय एजेंसी अस्पताल में वित्तीय अनिमियतताओं को लेकर भी जांच कर रही है।
Updated 19:09 IST, October 10th 2024