अपडेटेड 27 June 2024 at 07:14 IST

BREAKING: भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली AIIMS में भर्ती

भारत रत्न और देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत बिगड़ने के बाद बुधवार देर शाम दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया है।

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LK Advani
LK Advani to be conferred with the Bharat Ratna. | Image: PM Narendra Modi X

BREAKING Lal Krishna Advani: 96 साल के बीजेपी नेता, पूर्व उप प्रधानमंत्री और भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें  दिल्ली स्थित AIIMS में भर्ती कराया गया है। 

उन्हें उम्र से जुड़ी दिक्कतों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया।  उन्हें यूरोलॉजी विभाग में डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। 96 वर्षीय आडवाणी का समय-समय पर घर पर ही चेकअप किया जाता है। बुधवार देर शाम को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एम्स ले जाया गया।  

आडवाणी को इसी साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें उनके आवास पहुंच कर सम्मानित किया था वो खराब सेहत की वजह से ही राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे। उस औपचारिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी के परिजन मौजूद रहे थे।

पद्म विभूषण से भी सम्मानित

वरिष्ठ नेता आडवाणी को 2015 में भी पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था। आडवाणी 2002 से 2004 तक भारत के 7वें उप प्रधानमंत्री रहे। वो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सह-संस्थापकों में से एक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सदस्य भी रहे। लालकृष्ण आडवाणी 1998 से 2004 तक केंद्रीय गृह मंत्री के पद पर भी रहे।

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राम मंदिर में अहम योगदान

आडवाणी अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में अपनी अहम भूमिका के लिए भी जाने जाते हैं। आडवाणी ने अपनी पहली राम रथ यात्रा (Ram Rath Yatra) 25 सितंबर 1990 को गुजरात के सोमनाथ से शुरू की थी जिस पर विराम अयोध्या में लगा था। इस यात्रा से उन्होंने राम मंदिर आंदोलन को लोगों तक पहुंचाया था।

आडवाणी के बारे में

लालकृष्ण आडवाणी 1941 में चौदह साल की उम्र में आरएसएस में शामिल हुए और राजस्थान प्रचारक के रूप में अपना योगदान दिया। 1951 में, 24 साल के युवा आडवाणी श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनसंघ के सदस्य बने और बतौर संसदीय मामलों के प्रभारी, महासचिव और दिल्ली इकाई के अध्यक्ष समेत विभिन्न भूमिकाएं निभाईं। 1980 में, अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे और तीन बार पार्टी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई। 1989 में वह पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। आडवाणी 8 नवंबर 1927 को कराची में जन्में और विभाजन के दौरान भारत चले आए। वो एक सिंधी हिंदू परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके दो बच्चे हैं जयंत और प्रतिभा आडवाणी

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Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 27 June 2024 at 06:29 IST