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Published 09:56 IST, August 28th 2024

नालंदा में गुरु पद्मसंभव की विरासत पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आज से शुरू

बिहार के नालंदा में गुरु पद्मसंभव के जीवन और उनकी जीवंत विरासत पर आज यानी 28 अगस्त से दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

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Nava Nalanda Mahavihara
Nava Nalanda Mahavihara | Image: Social Media

बिहार के नालंदा में गुरु पद्मसंभव के जीवन और उनकी जीवंत विरासत पर आज यानी 28 अगस्त से दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। 

गुरु रिनपोछे नाम से भी प्रसिद्ध गुरु पद्मसंभव आठवीं शताब्दी में प्राचीन भारत में रहते थे। बुद्ध धम्म की सबसे सम्मानित हस्तियों में से एक गुरु पद्मसंभव को हिमालय क्षेत्र में बुद्ध धम्म के प्रसार का श्रेय दिया जाता है। यह कार्यक्रम नव नालंदा महाविहार के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ की ओर से आयोजित किया जा रहा है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। नेपाल में ‘लुंबिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट’ के उपाध्यक्ष खेनपो चिमेद और रॉयल भूटान मंदिर में ‘सेंट्रल मोनास्टिक बॉडी’ भूटान के सचिव खेनपो उगयेन नामग्याल सम्मेलन में सम्मानित अतिथि होंगे।।’’ बयान में कहा गया कि गुरु रिनपोछे को ‘‘दूसरा बुद्ध’’ माना जाता है।

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Updated 09:56 IST, August 28th 2024