अपडेटेड 16 July 2024 at 09:49 IST
कौन हैं 'सन ऑफ मल्लाह' मुकेश सहनी? जिनके पिता जीतन सहनी की दरभंगा में हत्या से बिहार में मची खलबली
मुकेश सहनी विकालशील इंसान पार्टी के संस्थापक हैं और मल्लाहों के बड़े नेता माने जाते हैं। उनके पिता की हत्या से बिहार खलबली मच गई है।
- भारत
- 3 min read

Mukesh Sahani Father Murder: बिहार के दरभंगा से दिल दहला देने वाली खबर आई है। सरकार में पूर्व मंत्री और VIP पार्टी चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की दरभंगा में निर्मम हत्या कर दी गई है। मंगलवार की सुबह जीतन सहनी की लाश घर पर क्षत-विक्षत अवस्था मिली। अपराधियों ने उनके शरीर पर धारदार हथियार से कई बार हमला किया है। पिता की हत्या की खबर मिलते ही मुकेश सहनी मुंबई से पटना के लिए रवाना हो गए हैं।
बता दें कि मुकेश सहनी विकालशील इंसान पार्टी (VIP) के संस्थापक हैं और मल्लाहों के बड़े नेता माने जाते हैं। मुकेश सहनी (Mukesh Sahani ) खुद को 'सन ऑफ मल्लाह' भी कहते हैं और मल्लाह समाज के वोट बैंक पर खुद का दावा भी करते हैं। जानकारी के मुताबिक, राज्य में मल्लाह समाज की आबादी करीब 6 प्रतिशत है। बिहार की राजनीति में मल्लाह समाज काफी अहमियत रखता है और इनपर सहनी की अच्छी पकड़ है। हालांकि, लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था।
हेलिकॉप्टर में तेजस्वी के साथ खाया था मछली
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव से ठीक कुछ दिन पहले मुकेश सहनी की पार्टी इंडिया ब्लॉक में शामिल हो गई थी। ये डील मुख्य रूप से तेजस्वी यादव और मकुेश सहनी के बीच हुई थी। लोकसभा के चुनाव में उन्होंने तेजस्वी यादव के साथ मिलकर कई सभाओं को संबोधित किया था। चुनाव प्रचार के दौरान हेलिकॉप्टर में दोनों का मछली खाने का वीडियो भी खुब वायरल हुआ था। जिस पर जमकर राजनीति भी हुई थी।
लोकसभा चुनाव में मिली थी करारी हार
मुकेश सहनी की पार्टी ने बिहार की तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव भी लड़ा था। हालांकि तीनों जगह पार्टी को हार मिली। सहनी वैसे तो 2018 से सक्रिय राजनीति में हैं, मगर इतने सालों में एक बार राज्य सरकार में मंत्री बनने के सिवा उन्हें राजनीति में कुछ खास सफलता मिल नहीं पाई है। सहनी ने बीजेपी के साथ राजनीति में कदम रखा था। साल 2015 में हुए चुनाव के लिए सहनी ने बीजेपी के लिए जमकर प्रचार भी किया था।
Advertisement
कभी नीतीश कैबिनेट में थे मंत्री
मुकेश सहनी का जल्द ही बीजेपी से मोह भंग हो या और उन्होंने महागठबंधन का दामन थाम लिया। कुछ समय तक महागठबंधन में साथ रहने के बाद वो फिर NDA के साथ चले गए। 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में जब NDA की सरकार बनीं तो सहनी को नीतीश कैबिनेट में जगह भी मिली और मंत्री बने। हालांकि,बाद में उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
यह भी पढ़ें: BIG BREAKING: पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की निर्मम हत्या, घर में टूकड़ों में मिला शव
Advertisement
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 16 July 2024 at 09:49 IST