अपडेटेड 7 October 2024 at 08:40 IST

Land For Job Case: राउज एवेन्यू कोर्ट में लालू-तेजस्वी की पेशी आज, तेजप्रताप को भी कोर्ट का समन

बिहार के पूर्व CM लालू यादव लैंड फॉर जॉब केस में सोमवार को कोर्ट में पेश होंगे। उनके साथ दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी को भी कोर्ट ने समन भेजा हैं।

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Lalu Yadav &  Tejashwi Yadav
लालू यादव और तेजस्वी यादव | Image: ANI/PTI

नौकरी के बदले जमीन घोटाले में (Land For Job Case) बिहार के पूर्व सीएम और RJD सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई। इस केस में आज, सोमवार 7 अक्टूबर को लालू यादव, तेजस्वी यादव समेत 8 लोगों को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होना है। पेशी के लिए लालू यादव परिवार के साथ दिल्ली पहुंच गए है। इस केस में पहली बार लालू के बड़े तेजप्रताप यादव (Tejpratab Yadav) को भी कोर्ट ने समन जारी किया था।

लैंड फॉर जॉब केस में राउज एवेन्यू कोर्ट ने जिन 8 लोगों को पेश होने के लिए समन भेजा था उनमें लालू यादव, तेजस्वी यादव Tejashwi Yadav ),तेजप्रताप यादव, अखिलेश्वर सिंह, हजारी प्रसाद राय, संजय राय, धर्मेंद्र सिंह और किरण देवी के नाम शामिल है। जमीन के बदले नौकरी मामले में तेजप्रताप यादव को कोर्ट ने पहली बार तलब किया गया है। वहीं, तेजस्वी निजी काम से दुबई में गए थे, मगर वो भी पेशी के लिए दिल्ली वापस लौट आए हैं।

लैंड फॉर जॉब केस की आज सुनवाई

पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। लालू परिवार ने पद का दुरुपयोग किया है। मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने आरोपियों को सात अक्टूबर को अदालत के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया। मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छह अगस्त को अदालत के समक्ष अंतिम रिपोर्ट पेश की थी। ईडी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा दायर प्राथमिकी के आधार पर यह मामला दर्ज किया था।

क्या है पूरा मामला?

ईडी ने कोर्ट में कहा कि मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित रेलवे के पश्चिम मध्य क्षेत्र में ग्रुप-डी की नियुक्तियों से संबंधित है। ये नियुक्तियां लालू प्रसाद के 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहने के दौरान की गई थीं। आरोप है कि रेलवे में भर्ती होने वाले लोगों ने नौकरी के बदले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो के परिवार के सदस्यों और सहयोगियों को उपहार स्वरूप जमीन दी थी। ईडी ने अपने आरोप में ये भी कहा कि रेल मंत्री रहते लालू यादव ने पटना के महुआ बाग में जमीन मालिकों को रेलवे में नौकरियां देने के बदले में कम कीमत पर अपनी जमीन बेचने के लिए राजी किया था।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 7 October 2024 at 08:40 IST