अपडेटेड 30 January 2024 at 08:27 IST
जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू यादव से 10 घंटे तक हुई पूछताछ, कल तेजस्वी की पेशी
Bihar: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर कथित नौकरी के बदले जमीन देने का आरोप है। यह तथाकथित घोटाला तब हुआ जब लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे।
- भारत
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Land for Job Scam Case: जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ खत्म हो गई है। ईडी ने सोमवार (29 जनवरी) को करीब 10 घंटे तक लालू यादव से सवाल-जवाब किए। लंबी पूछताछ के बाद RJD प्रमुख पटना स्थित ईडी कार्यालय से बाहर आए।
जानकारी के अनुसार 10 घंटे तक चली इस पूछताछ में लालू यादव से करीब 50 सवाल पूछे गए। बता दें कि ईडी के सामने पेशी के लिए लालू यादव और उनकी बेटी मीसा भारती सोमवार सुबह 11 बजकर 5 मिनट पर ईडी कार्यालय पहुंचे थे। वह करीब रात 9 बजे पूछताछ के बाहर ईडी दफ्तर से बाहर निकले। इस पूछताछ के दौरान लालू यादव को खाना और डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाईयां दी गई।
पूछताछ पर भड़की लालू की बेटियां
अंदर पटना स्थित दफ्तर में ईडी की टीम उनसे पूछताछ कर रही थीं। वहीं, पूछताछ के दौरान RJD सांसद और उनकी बेटी मासी भारती समेत कई नेता और कार्यकर्ता बाहर डटे रहे। लालू यादव की दोनों बेटियों ने इस दौरान मोर्चा संभाले रखा। एक तरफ मीसा भारती ईडी दफ्तर के बाहर देरी होने पर भड़क उठीं। तो दूसरी ओर लालू की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य भी उनकी पेशी को लेकर एक्स (ट्विटर) पर कई पोस्ट किए। रोहिणी ने कहा कि पापा को कुछ हुआ तो इसके लिए ईडी और सीबीआई जिम्मेदारी होगी।
कल तेजस्वी से होगी पूछताछ
लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में लालू यादव के बाद अब पेशी की अगली बारी उनके बेटे तेजस्वी यादव की है। ईडी ने कल (30 जनवरी) को तेजस्वी को पूछताछ के लिए बुलाया है।
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मीसा भारती ने इसको लेकर कहा, "आज हमारे पिता(लालू प्रसाद यादव) को बुलाया गया है और कल भाई (तेजस्वी यादव) को बुलाया गया है। हमें दिल्ली भी बुलाया गया है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसा लग रहा है हमारे प्रधानमंत्री काफी डरे हुए हैं।आज हमारे साथ हुआ और कल किसी और राजनीतिक पार्टी के साथ होगा।" यह सरकार गिरफ्तार कर भी सकती है।
मीसा भारती ने इस दौरान लालू यादव की गिरफ्तारी की आशंका भी जताई। उन्होंने कहा कि यह मेरे पिता को भी गिरफ्तार कर सकते है, लेकिन एक बीमार आदमी को गिरफ्तार करके उन्हें क्या मिलेगा?
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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर कथित नौकरी के बदले जमीन देने का आरोप है। यह तथाकथित घोटाला तब हुआ जब लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे। मामले में लालू यादव के साथ-साथ राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया था।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 29 January 2024 at 22:36 IST