अपडेटेड 30 August 2025 at 16:30 IST
'शादी हुई नहीं, कैसे बता दूं सुहागरात किसके साथ...', वोटर अधिकार यात्रा में लालू यादव की बेटी रोहिणी ने क्यों कहा ऐसा? सुर्खियों में बयान
जब रोहिणी आचार्य से पूछा गया कि आखिर सीएम फेस कौन होगा, तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा- “अभी तो शादी ही नहीं हुई, ये कैसे बताया जा सकता है कि सुहागरात किसके साथ मनाया जाएगा।
- भारत
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बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। महागठबंधन की “वोटर अधिकार यात्रा” के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हुई विवादित टिप्पणी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का अजीबोगरीब बयान सुर्खियों में आ गया है।
बिहार में महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, इस सवाल पर एनडीए नेताओं ने बार-बार निशाना साधा है। इसी कड़ी में जब रोहिणी आचार्य से पूछा गया कि आखिर सीएम फेस कौन होगा, तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा- “अभी तो शादी ही नहीं हुई, ये कैसे बताया जा सकता है कि सुहागरात किसके साथ मनाया जाएगा। जब वक्त आएगा, सबको पता चल जाएगा।” इस दौरान, उन्होंने आगे नीतीश कुमार की सरकार पर तेजस्वी यादव की घोषणाओं को नकल करके लागू करने का आरोप लगाया।
महागठबंधन इसे बात रहा हास्य और व्यंग्य
इस बयान को लेकर बिहार की राजनीति में नई हलचल मच गई है। विपक्ष इसे “गंभीर मुद्दे से बचने की कोशिश” बता रहा है, वहीं महागठबंधन समर्थक इसे “हास्य और व्यंग्य” के तौर पर पेश कर रहे हैं। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कई बार खुद को महागठबंधन का घोषित सीएम फेस बता चुके हैं।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी उनके नाम पर सहमति जता चुके हैं। यही वजह है कि हाल ही में तेजस्वी यादव और जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव के बीच पुरानी अदावत खत्म करवाई गई। हालांकि, रोहिणी आचार्य के इस बयान से तेजस्वी यादव की दावेदारी पर सवाल उठने लगे हैं और राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
बढ़ रहा है राजनीतिक तनाव
बिहार में इन दिनों महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा लगातार सुर्खियों में है। इस यात्रा के ज़रिए महागठबंधन जनता को साधने की कोशिश कर रहा है। वहीं, बीजेपी और एनडीए इस पर तीखे सवाल उठा रहे हैं और बार-बार पूछ रहे हैं कि आखिर महागठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा।इसी बीच पटना में पीएम मोदी पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद राजनीतिक टकराव और बढ़ गया। कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और जमकर हाथापाई हुई। हालात ऐसे बने कि कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं के सिर फूट गए। पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा और बाद में मामला शांत कराया गया।
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Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 30 August 2025 at 16:30 IST