अपडेटेड 31 December 2024 at 21:41 IST

BIHAR: पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत के बाद DSP रैंक के अधिकारी, कांस्टेबल को हटाया गया

बिहार पुलिस ने रोहतास जिले में कथित तौर पर पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत के बाद DSP रैंक के अधिकारी और कांस्टेबल को हटा दिया गया है।

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bihar police | Image: Represtative image

बिहार पुलिस ने रोहतास जिले में कथित तौर पर पुलिस गोलीबारी में 32 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत और दो अन्य के घायल होने के मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रैंक के एक अधिकारी और एक कांस्टेबल को उनके पद से हटा दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रोहतास के जिला मुख्यालय सासाराम में मौजूदा पद से हटाए गए पुलिसकर्मियों में पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) मोहम्मद आदिल बिलाल और कांस्टेबल चंद्रमौली नागिया शामिल हैं। अब उनका तबादला राज्य की राजधानी में पुलिस मुख्यालय में कर दिया गया है।

एक अधिकारी ने बताया कि मामले को आगे की जांच के लिए राज्य पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ​​को सौंप दिया गया है। आरोप है कि बिलाल ने 18 दिसंबर को सासाराम में नगर निगम कार्यालय के पास कथित आत्मरक्षा में कुछ लोगों पर गोली चलाई थी जिसमें 32 वर्षीय एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी और दो अन्य घायल हो गए थे। मृतक की पहचान जिले के ही सिलारी गांव निवासी राणा ओम प्रकाश सिंह उर्फ ​​राणा के रूप में हुई है। अन्य दो घायल व्यक्ति अतुल सिंह और बिनोद सिंह हैं, जिनका सरकारी अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।

बिहार पुलिस मुख्यालय का एक्शन

बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) मोहम्मद आदिल बिलाल और कांस्टेबल चंद्रमौली नागिया को सासाराम में उनके मौजूदा पद से हटाकर तत्काल प्रभाव से उनका तबादला राज्य की राजधानी स्थित पुलिस मुख्यालय में कर दिया गया है। मामले को आगे की जांच के लिए सीआईडी ​​को सौंप दिया गया है।’’घटना के तुरंत बाद रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम के नगर थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई है जिनमें से एक पुलिस की ओर से और दूसरी मृतक के बड़े भाई राणा राहुल रंजन की ओर से दर्ज कराई गई है।

पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत

रंजन ने आरोप लगाया कि रिश्वत देने से इनकार करने पर पुलिस ने उनके भाई को गोली मार दी। पुलिस ने बताया था कि यह घटना तब हुई जब चार लोग जन्मदिन की पार्टी से नशे की हालत में सिगरेट खरीदने के लिए रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे और पुलिस की एक टीम को देखकर उन्होंने भागने की कोशिश की। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा था, ‘‘एक गश्त दल ने उन्हें देखा। वे सभी भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन टीम ने उनका पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया। दोनों समूहों के बीच हाथापाई हुई और युवकों ने उन पर हमला कर दिया।’’

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क्या था पूरा विवाद?

पुलिस ने बताया था कि सादे कपड़ों में एक शादी समारोह से लौट रहे पुलिस उपाधीक्षक बिलाल ने झगड़ा देखा तो वह रुक गए और अपने अंगरक्षक चंद्रमौली को हस्तक्षेप करने का निर्देश दिया। जिला पुलिस ने बताया, ‘‘कांस्टेबल की भी बुरी तरह पीटा गया जिसके बाद डीएसपी को बचाव के लिए पहुंचना पड़ा। झड़प के दौरान, कथित तौर पर युवकों में से एक ने एयर गन से गोली चलाई, जिसके बाद डीएसपी और चंद्रमौली ने जवाबी गोलीबारी की जिससे राणा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए।’’म बिहार के मंत्री नीरज सिंह बबलू ने हाल ही में सासाराम में मृतक के परिजनों से मुलाकात की और डीएसपी तथा अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 31 December 2024 at 21:41 IST