अपडेटेड 18 May 2024 at 08:31 IST
बिहार के मदरसे में ब्लास्ट, मौलवी की मौत 14 बच्चे गायब;NCPCR अध्यक्ष ने किया चौंकाने वाला खुलासा
Bihar Madarsa ब्लास्ट की इनसाइड स्टोरी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताई है। धमाका 15 मई को हुआ था।
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Bihar Madarsa Blast: बिहार के छपरा स्थित मरखा थाना क्षेत्र के मोतिराजपुर गांव का NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दौरा किया। एक्स पर उन्होंने जो बताया वो मदरसे में चल रही अवैध गतिविधियों की ओर इशारा करता है।
बम धमाके के तीसरे दिन कानूनगो ने इलाके का दौरा किया। फिर वीडियो शेयर कर अपडेट दिया। कुछ सबूतों की ओर ध्यान दिलाया है जो मौका ए वारदात पर मिले हैं।
1 घायल, 14 बच्चे गायब
कानूनगो ने पोस्ट में सनसनीखेज खुलासा किया है। साथ ही गंभीर रूप से जख्मी बच्चे के इलाज की पूरी व्यवस्था की जानकारी दी। एनसीपीसीआर अध्यक्ष ने कहा कि मदरसे में 15 बच्चे थे जिनमें से 14 गायब हैं। उन्होंने लिखा है-
बिहार के सारण (छपरा) के मोतीराजपुर गाँव में अवैध ढंग से चल रहे मदरसा दारूल उलूम बरकतिया रिजविया गुलशन ए बग़दाद में बम बनाते समय धमाका हो गया जिसमें मुज़फ़्फ़रपुर से वहाँ ला कर रखे गए एक बच्चे को गम्भीर चोटें आयीं हैं उसका ऑपरेशन हुआ है वो पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती है वहाँ बालक व उसके पिता से भेंट की
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बम बना रहे अथवा बच्चों को बम बनाना सिखा रहे(तथ्य पुलिस जाँच के अधीन) मौलाना इमामउद्दिन की मौत हो गयी,मदरसे में 15 बच्चे थे बाक़ी 14 बच्चे ग़ायब कर दिए गए हैं,अधिकतर बच्चे कटिहार के रहने वाले हैं ।
मौलवी की मौत, 2 मौलाना फरार और चौंकाने वाला खुलासा
कानूनगो ने पोस्ट में आगे लिखा- दो मौलाना और थे जो कि फ़रार हैं मदरसे का सदर भी फ़रार है,मदरसा अवैध है सरकार के पास उसका कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। हमको वहाँ क्रूड बम बनाने में इस्तेमाल करने के लिए रखे हुए एक पोलीथीन में बंद बंदूक़ वाले छर्रे व नुकीली सुइयाँ मिलीं हैं,पुलिस को ज़ब्ती बनाने के लिए निर्देशित किया है।
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बच्चों को आरोपी बनाने पर,...
पुलिस ने इस मामले में बच्चे को आरोपी बनाया है। इस पर कानूनगो ने आपत्ति जताई है। उन्होंने आगे लिखा है- पुलिस ने बच्चे को आरोपी बना लिया है जो कि प्रथम दृष्टया अतिशयोक्तिपूर्ण प्रतीत होता है, क्योंकि बच्चे तो मदरसे में दीनी तालीम के लिए दाखिल थे ऐसे में मदरसे वाले मौलवी यदि बच्चों से बम बनवाए तो विधि के अनुसार मदरसा संचालकों पर कार्यवाही होनी चाहिए।
कट्टरपंथी सोच के मिले सबूत, बच्चे के परिजन को मुआवजा
इस मदरसे में ऐसी चीजें मिल रही हैं जो कट्टरपंथी सोच की ओर इशारा करती हैं। कानूनगो अपने ब्योरे में आगे कहते हैं- कुछ धार्मिक झंडे व साहित्य भी मिला है कट्टरपंथी गतिविधियों के अलावा चूँकि यहाँ चुनाव भी चल रहा है इसलिए बच्चों का इस्तेमाल कर बनाए गए बम का उपयोग चुनाव को प्रभावित करने के लिए किए जाने की सम्भावना पर भी जाँच करने के निर्देश दिए हैं। बच्चे के समुचित इलाज व पुनर्वास व मुआवज़े के निर्देश भी दिए गए हैं।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 18 May 2024 at 08:22 IST