अपडेटेड 3 July 2024 at 09:48 IST

डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने अयोध्या में उतारी पगड़ी और कराया मुंडन, इस संकल्प के साथ बांधा था मुरेठा

सम्राट चौधरी ने पहले अयोध्या के सरयू नदी में डुबकी लगाई फिर मुंडन करवाया। फिर वो अपनी पगड़ी राम के चरणों में समर्पित करने के लिए राम मंदिर पहुंचे।

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Samrat Chaudhary,
सम्राट चौधरी ने उतारी पगड़ी | Image: ANI

बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी अपने सिर पर बंधे मुरेठा को उतारने के लिए बुधवार को दल-बल के साथ रामनगरी अयोध्या पहुंचे। उपमुख्यमंत्री करीब 21 महीने बाद प्रभु राम के चरणों में अपनी पकड़ी समर्पित की। उनके साथ पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी व कई अन्य नेता भी अयोध्या पहुंचे। सम्राट चौधरी दो दिवसीय यात्रा पर अयोध्या पहुंचे हैं।

सम्राट चौधरी ने सितंबर 2022 में अपनी मां के निधन के बाद सिर पर मुरेठा बांधी था और ये संकल्प लिया था कि वो अपनी पगड़ी तब खोलेंगे, जब वो नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी से हटा देंगे। उन्होंने ये संकल्प तब ली थी जब बिहार में महागठबंधन की सरकार थी। मगर बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर और नीतीश कुमार की घर वापसी के बाद बुधवार, 3 जुलाई को सम्राट चौधरी ने अपनी पगड़ी अयोध्या में उतारी।

सम्राट चौधरी ने सरयू में लगाई डूबकी

सम्राट चौधरी ने पहले अयोध्या के सरयू नदी में डुबकी लगाई फिर मुंडन करवाया। सरयू में डूबकी लगाने के बाद वो अपनी पगड़ी राम के चरणों में समर्पित करने के लिए राम मंदिर पहुंचे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नेताओं, कार्यकर्ताओं और लगभग ढाई सौ वाहनों के काफिले के साथ अयोध्या पहुंचे।

राम के चरणों में मुरेठा समर्पित 

पगड़ी उतारने और मुंडन कराने के बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा, मैंने 28 जून को ही पटना में घोषणा कर दिया था कि अयोध्या में जाकर प्रभु श्री राम के चरणों में अपना मुरेठा समर्पित करूंगा। भगवान राम और मां जानकी का अटूट संबंध हैं। बिहार और यूपी एक परिवार की तरह हैं और राष्ट्र निर्माण में दोनों का महत्वपूर्ण योगदान है।

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इस संकल्प के साथा बांधा था मुरेठा

अयोध्या रवाना होने से पहले उन्होंने कहा था कि बिहार में जंगल राज व अराजकतावादियों को सत्ता से हटाने का संकल्प लेते हुए सिर पर मुरेठा बांधा था। 28 जनवरी, 2024 को उस संकल्प की सिद्धि हो गई। इस लिए मैंने सरयू के पवित्र जल में स्नान कर प्रभु श्रीराम के चरणों में मुरेठा अर्पित करने व केशदान की घोषणा की थी।

बता दें कि 28 जनवरी को नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग हो गए थे और मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। उसी दिन नीतीश के नेतृत्व में बिहार में NDA गठबंधन की सरकार बनी और उन्होंने दोबारा से सीएम पद की शपथ ली। सम्राट चौधरी का कहना है कि उसी दिन उनकी संकल्प पूरा हो गया।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 3 July 2024 at 09:48 IST