अपडेटेड 14:47 IST, June 6th 2024
'नींव कमजोर थी, इसलिए...', घाटकोपर होर्डिंग हादसे पर रिपोर्ट में बड़ा खुलासा,17 लोगों की हुई थीं मौत
Mumbai News: रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि होर्डिंग जिस स्थान पर लगाया गया था वजह उचित नहीं थी और नींव कमजोर थी।

Mumbai Ghatkopar Hoarding Collapse Incident: महाराष्ट्र के मुंबई में पिछले माह विशालकाय होर्डिंग गिरने से 17 लोगों के मारे जाने की घटना पर एक प्रौद्योगिकी संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह होर्डिंग जहां लगाया गया था वह नींव कमजोर थी। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
प्रौद्योगिकी संस्थान ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट पुलिस को सौंपी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आदर्श स्थिति यह है कि शहर में लगे किसी भी होर्डिंग को हवा की 158 किलोमीटर प्रति घंटे की गति को सहने में सक्षम होना चाहिए लेकिन घाटकोपर में लगा बिलबोर्ड हवा की केवल 49 किलोमीटर प्रति घंटे की गति ही सह पाया।
इस वजह से गिरा था होर्डिंग
एक अधिकारी ने बताया कि घटना वाले दिन हवा की गति 87 किलोमीटर प्रति घंटा थी जब यह होर्डिंग धराशायी हो गया था। अधिकारियों के अनुसार, 13 मई को धूल भरी आंधी और बेमौसम बारिश के दौरान एक बड़ा होर्डिंग पास के पेट्रोल पंप पर गिर गया था जिससे 17 लोगों की मौत हो गई और 74 अन्य घायल हो गए थे।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने वीरमाता जीजाबाई प्रौद्योगिकी संस्थान (वीजेटीआई) से होर्डिंग गिरने के कारणों का पता लगाने का अनुरोध किया था।
'जानबूझकर की गई लापरवाही'
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि संस्थान ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट मुंबई अपराध शाखा को सौंपी। अपराध शाखा ही इस मामले की जांच कर रही है। अधिकारी ने रिपोर्ट के हवाले से बताया ,‘‘ होर्डिंग जिस स्थान पर लगाया गया था वजह उचित नहीं थी और नींव कमजोर थी।’’ उन्होंने बताया कि ‘वीजेटीआई’ के तकनीकी विशेषज्ञों ने घटना के बाद ढांचे की नींव और ढेर के नमूने एकत्र किए थे।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘होर्डिंग की क्षमता को देखते हुए यह साबित होता है कि यह संबंधित व्यक्तियों (आरोपी) की ओर से जानबूझकर की गई लापरवाही थी और यह ईश्वर की मर्जी नहीं थी।’’ होर्डिंग लगाने वाली विज्ञापन कंपनी के निदेशक भावेश भिंडे को घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
पब्लिश्ड 14:47 IST, June 6th 2024