अपडेटेड 4 September 2023 at 09:28 IST

Bhadrapad Month 2023: बेहद खास होता है भाद्रपद माह, जानें इसका महत्व और नियम

भाद्रपद यानी भादो माह का विशेष महत्व माना जाता है। वहीं इस महीने में कुछ नियमों का पालन करने से व्यक्ति को भगवान कृष्ण समेत सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। 

Follow : Google News Icon  
Bhado Ke Niyam
Bhado Ke Niyam | Image: self

Bhado Ke Niyam: हिंदी कैलेंडर के छठे महीने भाद्रपद यानी भादो माह की शुरूआत 1 सितंबर 2023 से हो चुकी है। धार्मिक दृष्टि के मुताबिक हिंदू धर्म में भादो मास बेहद ही खास माना गया है। ये पूरा महीना भगवान कृष्ण और शिव परिवार को समर्पित किया गया है। इस दौरान की गई पूजा का शुभ फल प्राप्त होता है। इस माह में जन्माष्टमी से लेकर गणेश चतुर्थी तक कई बड़े और महत्वपूर्ण पर्व भी आते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस महीने में कुछ नियमों का पालन भी करना पड़ता है, नहीं तो चलिए जानते हैं भाद्रपद का महत्व और इसके नियम।

स्टोरी में आगे ये पढ़ें...

  • कब से कब तक रहेगा भाद्रपद का माह?
  • भाद्रपद माह का महत्व?
  • भादो में इन नियमों का जरूर करें पालन?

कब से कब तक रहेगा भाद्रपद का माह?

हिंदी पंचांग के मुताबिक भाद्रपद माह की शुरुआत 1 सितंबर 2023 से हो गई है और इसकी समाप्ति भाद्रपद की पूर्णिमा यानी 29 सितंबर को होगी। 

भाद्रपद माह का महत्व?

हिंदू धर्म में भाद्रपद यानी भादो माह का विशेष महत्व माना गया है। ये चातुर्मास का दूसरा महीना है और इसी माह में भगवान विष्णु ने धरती पर कृष्ण अवतार में जन्म लिया था। इसके अलावा भादो में ही गणेश चतुर्थी का भी त्योहार मनाया जाता है साथ ही इस पूरे महीने शिव परिवार की पूजा का विधान है। कहते हैं कि भादो के महीने में लड्डू गोपाल का पूजन किया जाए तो घर में सुख-समृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति होती है।

Advertisement

भादो में इन नियमों का जरूर करें पालन?

  • जो लोग आर्थिक संकटों से जूझ रहे हैं उन्हें इस माह में भूलकर भी चावल और नारियल तेल का दान नहीं करना चाहिए। 
  • भाद्रपद में दही और गुड़ का सेवन करना वर्जित होता है। कहते हैं कि इस महीने में बारिश के बाद काफी कीड़े हो जाते हैं जिसकी वजह से बीमारियां फैलती है। इसके अलावा भादो में मूली और बैंगन का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
  • भादो में श्रीकृष्ण की पूजा करते समय उन्हें तुलसी के पत्ते जरूर अर्पित करने चाहिए। कहते हैं कि कृष्ण जी को तुलसी अतिप्रिय है और उसके पत्ते अर्पित करने से वह प्रसन्न होते हैं।
  • इस माह में दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है ऐसे में इसलिए पूरे माह में अपने सामर्थ के हिसाब से दान-पुण्य करते रहना चाहिए।


यह भी पढ़ें... Janmashtami Bhog: जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को लगाएं इन चीजों का भोग, कृष्णा को पसंद हर एक चीज 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं परर आधारित है।REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रामणिकता का दावा नहीं करता है।

Advertisement

यह भी पढ़ें... Tulsi: घर में लगाने जा रहे हैं तुलसी का पौधा तो सही दिशा का रखें ध्यान, तभी बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 4 September 2023 at 09:27 IST