अपडेटेड 11 October 2021 at 21:50 IST
महाराष्ट्र बंद : पथराव की घटना के बाद मुंबई में बेस्ट बसों की सेवाएं प्रभावित
पथराव की घटना के बाद मुंबई में बेस्ट बसों की सेवाएं प्रभावित रही, लेकिन मुंबई उपनगरीय और अन्य ट्रेनें बिना किसी व्यवधान के सामान्य रूप से संचालन हुआ।
- भारत
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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों की हत्या के विरोध में महाराष्ट्र में तीन सत्तारूढ़ दलों द्वारा बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के मद्देनजर यहां कुछ स्थानों पर पथराव की घटनाओं के बाद बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) की बस सेवाएं सोमवार को सड़कों से नदारद रही लेकिन मुंबई उपनगरीय और अन्य ट्रेनों का बिना किसी व्यवधान के सामान्य रूप से संचालन हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शाम करीब चार बजे बंद खत्म होने के बाद बेस्ट सेवाएं फिर से शुरू हो गईं।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि उपनगरीय और बाहरी ट्रेनें बिना किसी व्यवधान के सामान्य रूप से संचालित होती रही।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) आयुक्त कैसर खालिद ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने ठाणे, मुलुंड और विक्रोली नामक तीन रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन किया।
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उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रदर्शनकारियों द्वारा ठाणे, मुलुंड और विक्रोली रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन किया गया है। जीआरपी मुंबई के अधिकारियों ने उन्हें स्टेशन परिसर में प्रवेश नहीं करने या यात्रियों को असुविधा न करने की सलाह दी। इसके बाद वे शहर चले गए।’’
बेस्ट के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने सोमवार शाम 6.45 बजे तक सामान्य रूप से संचालित लगभग 3000 बसों के मुकाबले 1,833 बसों का संचालन किया। उन्होंने कहा कि एक निजी ऑपरेटर की एक पट्टे पर ली गई बस सहित कुल 11 बसें क्षतिग्रस्त हो गईं।
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मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और मीरा भयंदर में यात्रा करने के लिए रोजाना कम से कम 25 लाख यात्री बेस्ट बसों का इस्तेमाल करते हैं।
कुछ लोगों ने शिकायत की कि ऑटोरिक्शा और टैक्सी चालकों ने स्थिति का फायदा उठाकर अत्यधिक किराया वसूल किया।
सोमवार की सुबह कई कैब और ऑटोरिक्शा सड़कों से नदारद रहे। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, कई टैक्सी और ऑटोरिक्शा फिर से चलते नजर आए।
महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में तीनों सहयोगी दलों शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस ने लोगों से किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए आधी रात से शुरू हुए बंद का पूरे दिल से समर्थन करने की अपील की थी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहनों से कुचले जाने से किसानों की मौत हो गई, जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने इन वाहनों में सवार कुछ लोगों की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी। शनिवार रात केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पुलिस ने लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर की हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।
Published By : Press Trust of India (भाषा)
पब्लिश्ड 11 October 2021 at 21:49 IST