अपडेटेड 6 June 2025 at 10:16 IST
Bengaluru Stampede: भगदड़ मामले में हुई पहली गिरफ्तारी, बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए गए RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले
पुलिस ने पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट से RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
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बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भीषण भगदड़ मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 56 अन्य घायल हैं। इस त्रासदी के बाद बेंगलुरु पुलिस ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), इवेंट आयोजक कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और अन्य संबंधित पक्षों के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। एफआईआर में गैर इरादतन हत्या (Section 304 IPC) सहित कई गंभीर धाराएं जोड़ी गई हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं।
सरकारी आदेश के बाद पुलिस ने पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट से RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनसे कब्बन पार्क पुलिस थाने में गहन पूछताछ जारी है। निखिल से पूछताछ ये जानने के लिए की जा रही है कि बेंगलुरु में RCB की जीत के बाद हुई विक्ट्री परेड से पहले हुई भगदड़ में और अव्यवस्था में उनकी भूमिका कितनी गंभीर थी।
यह गिरफ्तारी इस मामले में बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है और इससे आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं। वहीं कर्नाटक क्रिकेट संघ के सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम फरार हैं। पुलिस उनके घर पहुंची, लेकिन वे वहां नहीं मिले। आपको बता दें कि इस घटना में 11 लोगों की जान चली गई थी और कई घायल हुए थे। आपको बता दें कि भगदड़ बुधवार को उस समय हुई जब IPL 2025 में RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी। सीमित प्रवेश और अव्यवस्थित भीड़ नियंत्रण के चलते हालात बेकाबू हो गए और भगदड़ मच गई।
सीआईडी को सौंपी गई है जांच
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हादसे की संवेदनशीलता को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच आपराधिक जांच विभाग (CID) को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार, आयोजन से जुड़ी कई खामियों और अनुमति प्रक्रियाओं की भी जांच की जा रही है। इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं, जबकि आयोजकों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे हैं। सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की गई है और घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर किया जा रहा है।
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Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 6 June 2025 at 10:16 IST