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Published 16:29 IST, October 11th 2024

भूख हड़ताल कर रहे जूनियर चिकित्सकों की जायज मांगे मानना बंगाल सरकार का दायित्व: IMA

आईएमए ने शुक्रवार को कहा कि कोलकाता में जूनियर चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से पैदा हुई स्थिति को संभालने के लिए उनकी जायज मांगों को मानना पश्चिम बंगाल सरकार का दायित्व है।

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Doctors' protest
Doctors' protest | Image: PTI

आईएमए ने शुक्रवार को कहा कि कोलकाता में जूनियर चिकित्सकों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल से पैदा हुई स्थिति को संभालने के लिए उनकी जायज मांगों को मानना पश्चिम बंगाल सरकार का दायित्व है। आईएमए ने आंदोलनकारियों से विरोध प्रदर्शन का तरीका बदलने की अपील भी की।

आर जी कर बलात्कार-हत्या मामले में पीड़िता को न्याय दिलाने समेत कई मांग कर रहे जूनियर चिकित्सकों के साथ एकजुटता दिखाते हुए भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने कहा कि वे अपने बलिदान और दृढ़ संकल्प के दम पर न्याय के इस आंदोलन को इस स्तर तक ले आए हैं।

अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर कोलकाता में जूनियर डॉक्टर

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुक्रवार को छठे दिन भी जारी रही, जबकि बृहस्पतिवार को अस्पताल में भर्ती कराए गए एक चिकित्सक की हालत 'गंभीर' बनी हुई है। अपने सभी राज्य और शाखा अध्यक्षों, सचिवों और पदाधिकारियों को भेजे गए संदेश में आईएमए ने कहा, “देश की चिकित्सा बिरादरी उनके (प्रदर्शनकारी डॉक्टरों) के साथ मजबूती से खड़ी है। भारतीय चिकित्सा संघ इन नायकों के साथ एकजुटता से खड़ा है।”

पत्र में कहा गया है, “आईएमए युवा डॉक्टरों से अपील करता है कि वे सबसे गंभीर तरह के विरोध प्रदर्शन से दूर रहें। मानव जीवन से अधिक कीमती कुछ भी नहीं है। राज्य का यह कर्तव्य है कि वह उचित मांगों को स्वीकार करके स्थिति को काबू करे।

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Updated 16:29 IST, October 11th 2024