अपडेटेड 19 June 2024 at 22:11 IST
कश्मीर में PM मोदी के योग से पहले शख्स ने लाल चौक पर फहराया तिरंगा, देशभर में हो रही तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू कश्मीर दौरे पर जाने से पहले विशाल भाई त्यागी नाम के शख्स की देशभर में तारीफ हो रही है।
- भारत
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Vishal Bhai Tyagi Hoisted Tricolor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20-21 जून को जम्मू कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं। वो 21 जून को श्रीनगर में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे। लेकिन इससे पहले विशाल भाई त्यागी नाम के शख्स की देशभर में तारीफ हो रही है। भारतीय जनता पार्टी के एक प्रमुख कार्यकर्ता और अंतरराष्ट्रीय हिंदू महासभा के राज्य अध्यक्ष के रूप में विशाल भाई त्यागी ने राष्ट्र की सेवा में अटूट समर्पण का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर सभी भारतीयों से किए गए अपने वादे को निभाया। यह महत्वपूर्ण कार्य उनके उस वादे का हिस्सा था जिसमें उन्होंने कहा था कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार शपथ लेंगे, तो वह कश्मीर के लाल चौक पर भारतीय तिरंगा फहराएंगे। उनके इस कृत्य को भारतीय जनता ने बहुत सराहा।
विशाल भाई त्यागी का देशप्रेम केवल व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह उनकी पारिवारिक विरासत का हिस्सा है। उनके पिता, राजबल त्यागी, भारतीय वायु सेना में सेवा कर चुके हैं और 1999 में कारगिल युद्ध में लड़े थे। उनके नाना और दादा ,दोनो भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं और उन्होंने 1971 के युद्ध में हिस्सा भी लिया था, जबकि उनके चाचा वर्तमान में सीमा सुरक्षा बल (BSF) में सेवा दे रहे हैं। यह गहरी सैन्य परंपरा त्यागी के देश के प्रति उनके गहरे समर्पण को स्पष्ट करती है। इस समृद्ध सेवा की परंपरा ने निस्संदेह विशाल भाई त्यागी के देश के प्रति उनके गहरे समर्पण को आकार दिया है।
किसानों, मजदूरों और छात्रों के समर्थन के लिए हमेशा आगे
विशाल भाई त्यागी का करियर किसानों, मजदूरों और छात्रों के लिए अथक समर्थन से भरा हुआ है। राज्य और केंद्र सरकारों के खिलाफ उनके कई विरोध प्रदर्शन सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और निर्बल लोगों की आवाज बनने की उनकी भूमिका को उजागर करते हैं। त्यागी का मानना है कि एक अच्छा राजनीतिज्ञ परिवर्तनकारी बदलाव ला सकता है, और इस विश्वास को वे अपने कार्यों और पहलों के माध्यम से जीते हैं। विशाल भाई त्यागी का कार्य राष्ट्र प्रथम की भावना से प्रेरित है। उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय मुद्दों को प्राथमिकता दी है, चाहे वह हाशिए पर खड़े लोगों के अधिकारों की रक्षा हो या देश की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना। उनकी इस अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें एक विशेष स्थान दिलाया है।त्यागी का मानना है कि सुशासन ही एक राष्ट्र की प्रगति की कुंजी है। उनका तर्क है कि सक्षम और नैतिक राजनीतिक नेतृत्व ही देश को वास्तविक उन्नति की ओर ले जा सकता है और नागरिकों के जीवन स्तर को सुधार सकता है।
लाल चौक पर तिरंगा फहराना जीवंत प्रतीक
लाल चौक पर तिरंगा फहराना त्यागी की देशभक्ति का एक जीवंत प्रतीक है। यह केवल एक प्रतीकात्मक कार्य नहीं था, बल्कि भारत की संप्रभुता और एकता के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण था। मुजफ्फराबाद जाने की उनकी घोषणा एक एकीकृत भारत की उनकी दृष्टि को और भी स्पष्ट करती है, जिसमें पीओके को एक अभिन्न हिस्सा माना गया है।पिछले दशक में कश्मीर में हुए बदलावों पर विचार करते हुए, विशाल भाई त्यागी ने वहां की स्थिति में अभूतपूर्व सुधार देखा है। एक समय जो क्षेत्र अशांति और संघर्ष का प्रतीक था, वह अब विकास और शांति का उदाहरण बन चुका है। त्यागी के अनुसार, यह परिवर्तन निर्णायक नेतृत्व और कश्मीरी लोगों की अडिग भावना का परिणाम है।
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मुजफ्फराबाद की ओर अगला कदम
विशाल भाई त्यागी का अगला मिशन एकता और देशभक्ति की अपनी यात्रा को मुजफ्फराबाद तक विस्तारित करना है। उनका बयान, "लाल चौक तो केवल एक झलक है, पीओके अभी बाकी है," एक ऐसे भविष्य की उनकी दृष्टि को संजोता है जहां भारत का हर हिस्सा स्वतंत्र, समृद्ध और एकजुट हो। विशाल भाई त्यागी केवल एक राजनीतिज्ञ नहीं हैं; वह आशा के प्रतीक और परिवर्तन के उत्प्रेरक हैं। उनके कार्य एक बेहतर, मजबूत भारत में उनके विश्वास के साथ प्रतिध्वनित होते हैं। जैसे ही वह देश के लिए अथक कार्य करते रहते हैं, उनकी सेवा और समर्पण की विरासत निस्संदेह कई लोगों को उनके पदचिह्नों पर चलने के लिए प्रेरित करेगी। जय हिंद, जय भारत, वंदे मातरम, भारत माता की जय।
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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 19 June 2024 at 22:11 IST