अपडेटेड 26 February 2024 at 13:14 IST

Balakot Air Strike: पाकिस्‍तान में घुसकर भारत ने बरसाई थी आसमान से मौत, पुलवामा का यूं लिया था बदला

Balakot Air Strike: 26 फरवरी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के पांच साल हो गए। इसी दिन भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ऊपर से मौत बरसाया।

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12, Mirage 2000 fighter jets were used in Balakot Airstrike in Pakistan
12, Mirage 2000 फाइटर जेट से भारत ने पाकिस्तान में किया था बालाकोट एयरस्ट्राइक | Image: AP/File

Balakot Air Strike 5th Anniversary: 26 फरवरी 2024 को बालाकोट एयर स्ट्राइक के पांच साल हो गए। यही वो दिन है जब भारतीय सेना के जांबाजों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ऊपर से मौत बरसाया था। आज का दिन ना केवल भारतीय वायुसेना के लिए बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। 26 फरवरी 2019 की सुबह करीब 3 बजकर 30 मिनट पर भारतीय वायु सेना के शेरों ने पुलवामा अटैक में शहीद हुए 40 वीर जवानों की शहादत का बदला लिया था।

पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों पर भारत ने जो तबाही मचाई थी, उसके आज 5 साल पूरे हो गए। बालाकोट एयरस्ट्राइक के साथ पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश मिला था, कि अब पाकिस्तान और उसके पोषित आतंकी भारत की ओर नजरे ऊठाकर देखते हैं या भारत माता को कोई भी तकलीफ देते है, तो उनको बख्शा नहीं जाएगा। भारत ने अपने दुश्मनों को पैगाम दिया कि अगर हमारे ऊपर नजर डालोगे तो धरती और आसमान हर जगह से मौत बरसेगी।

14 फरवरी को दुश्मनों ने भारत का सीना किया था चलनी

14 फरवरी 2019 का दिन एक-एक भारतीय नागरिकों के लिए काला दिन था। इसी दिन पाक पोषित आतंकियों ने भारत माता के 40 सपूतों को मौत की आगोश में सुला दिया था। CRPF के उन 40 जवानों की शहादत को जब तक भारत का अस्तित्व है, तबतक याद रखा जाएगा। भारत के इन सपूतों की मौत की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसके बाद भारत ने इन आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देकर सबक सिखाया।

ऑपरेशन बंदर के तहत पाक में घुसकर भारतीय वायु सेना ने आतंकियों के छुड़ाए छक्के

14 फरवरी को पुलवामा में हुए इस आत्मघाती हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन बंदर तैयार किया गया। इस मिशन की कमान इंडियन एयरफोर्स के 7वें और 9वें स्क्वाड्रन ने संभाली। बालाकोट एयरस्ट्राइक को सफल बनाकर पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। हालांकि इसके बाद 27 फरवरी को फिर पाकिस्तानी वायु सेना ने भारतीय ठिकानों पर हमला करने के लिए अपने विमान भेजे लेकिन पाक को मुंह की खानी पड़ी। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर जेट को मिग-21 से मार गिराया। विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने इस कारनामे को अंजाम दिया। पाकिस्तान के घर में घुसकर उसके ही विमान को विंग कमांडर ने मार गिराया और फिर कुछ ऐसा हुआ, जिससे पाकिस्तान की सरकार के पसीने छूट गए। ऐसा हम भारत नहीं कहता, ऐसा खुद पाकिस्तान के सियासतदान कहते हैं।

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पाकिस्तान की धरती पर जब विंग कमांडर अभिनंदन ने लगाया जय हिंद का नारा...

पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराने के दौरान विंग कमांडर अभिनंद का प्लेन भी क्षतिग्रस्त हो गया और वो घायल हो गए। पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया और लेकिन भारत की खौफ की वजह से अभिनंदन को पाकिस्तान सरकार को सही सलामत रिहा करना पड़ा। यो पूरा कारनामा ढाई दिनों में खत्म हुआ।

पाकिस्तान के विमान को खत्म करने के दौरान उनका फाइटर जेट पीओके में होरान गांव में गिरा। उन्होंने खुद को किसी तरह बाहर निकाला लेकिन वहां के लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। विंग कमांडर ने अपनी पहचान नहीं छुपाई। बाद में पाकिस्तानी सेना उन्हें पकड़कर ले गई।

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होरान के लोगों ने अभिनंदन के साथ मारपीट भी की थी, जिसकी वजह से उनका चेहरा भी सूझा हुआ था। पाकिस्तानी सेना की ओर से अभिनंदन की वीडियो भी जारी की गई थी। हालांकि, बाद में पाकिस्तानी सेना ने अभिनंदन का इलाज भी करवाया।

भारत के हमले के डर से पाकिस्तान ने अभिनंदन को वापस भेजा

भारत के हमले के डर से पाकिस्तान के पसीने छूटे हुए थे। पाकिस्तान के ऊपर भारत ने इस कदर दबाव बनाया कि उन्हें 60 घंटे के अंदर-अंदर अभिनंदन को सही सलामत वापस भारत भेजना पड़ा। भारत वापसी के बाद विंग कमांडर अभिनंदन को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वीर चक्र पुरस्कार से सम्मानित किया।

कल का सूरज नहीं देख पाएगा पाकिस्तान... अटल बिहारी वाजपेयी

भारत का खौफ क्या होता है, ये पाकिस्तान को सदियों याद रहने वाला है। आज भी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का वो वक्तव्य सभी भारतीयों के दिल में जिंदा है, जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपने कदम पीछे नहीं किए। पाकिस्तान के एक हमले पर उसके घर में घुसकर जवाब देने की परंपरा शुरू से ही भाजपा सरकार के अस्तित्व में रही है। पुलवामा के बाद बालाकोट स्ट्राइक इसी का उदाहरण है। वहीं कारगिल का युद्ध जब हुआ था तो दुनियाभर की निगाहें भारत के ऊपर टिकी हुई थी। पाकिस्तान आतंक की अगुआई कर रहा था और हिन्दुस्तान उन्हीं आतंकियों के छक्के छुराने की कसम खाकर बैठा था।

कारगिल की शुरुआत के बाद पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने अमेरिका से मदद मांगी। अमेरिका की ओर से भारत के तत्कालीन पीएम वाजपेयी को फोन किया गया।  अमेरिकी राष्ट्रपति क्लिंटन ने कहा कि "मुझे डर है कि पाक सेना कहीं भारत पर परमाणु हमला न कर दे।" ये सुनकर अटल बिहारी वाजपेयी आगबबूला हो गए और उन्होंने दहाड़ते हुए कहा था, "पाक सेना के परमाणु हमले से भारत का तो कुछ नहीं बिगड़ेगा, लेकिन पाकिस्तान दूसरे दिन का सूरज नहीं देख पाएगा।"

ठीक इसी तरह मोदी सरकार ने पाकिस्तान के करतूतों का मुंहतोड़ जवाब दिया। अभिनंदन की वापसी के लिए पाकिस्तान में कैसी खलबली मची थी, इसका जवाब खुद वहां के सदन से सामने आई एक वीडियो में मिला। पाकिस्तानी संसद से सांसद अयाज सादिक का वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने बताया कि अभिनंदन को छोड़ने का दबाव पाकिस्तान के ऊपर इस कदर था कि विदेश मंत्री महमूद कुरैशी का पैर कांप रहे थे। वीडियो में सांसद अयाज सादिक कहते हुए नजर आ रहे हैं, "विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के यह कहते हुए पैर कांप रहे थे कि अगर अभिनंदन को रिहा नहीं किया गया तो रात 9 बजे भारत हमला करने वाला है।"

हमारे हथियारों का जखीरा दिवाली के लिए नहीं रखा...

मीडिया रिपोर्ट्स की मांने तो पीएम मोदी ने अभिनंदन की रिहाई के लिए पाक को दो टूक संदेश भेजा था। रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी ने जब विंग कमांडर अभिनंदन का लहूलुहान वीडियो देखा था तो उन्होंने पाक को पैगाम भेजा था, "हमारे हथियारों का जखीरा दिवाली के लिए नहीं रखा गया है। तत्काल रिहाई नहीं हुई तो इसके नतीजे गंभीर होंगे।"

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 26 February 2024 at 13:05 IST