अपडेटेड 23 January 2024 at 06:18 IST

प्राण प्रतिष्ठा से पहले रावण का जन्मस्थान बिसरख हुआ राममय, जहां कभी नहीं मनाया जाता है दशहरा

ग्रेटर नोएडा के बिसरख गांव जिसे रावण की जन्मस्थली भी कहा जाता है, यहां 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जश्न मनाया जा रहा है। पहली बार यहां राम की पूजा होगी।

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Ram temple
राम मंदिर | Image: X/ @ShriRamTeerth

Ayodhya Ramlala PranPratishtha: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो गया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भले ही अयोध्या में हो रही है मगर उमंग और उत्साह पूरे देश में है। देश के कई मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है। कहीं शोभा यात्रा तो कही रामायण पाठ कराया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह ऐसा है कि रावण की भी जन्मस्थली में जश्न मनाया जा रहा है।


ग्रेटर नोएडा के बिसरख गांव जिसे रावण की जन्मस्थली भी कहा जाता है, यहां 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जश्न मनाया जा रहा है। गांव के प्राचीन शिव रावण जन्म भूमि मंदिर में पहली बार भगवान राम की भी पूजा होगी। रविवार को ही मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर रीति-रिवाज शुरु हो गई। मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी।

रावण की जन्मस्थली में भी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जश्न

बिसरख गांव में 22 जनवरी को रावण की जन्मस्थली पर भी जश्न मनाया जाएगा। बिसरख गोल चक्कर से शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। यहां पर एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई है, जिस पर अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण कराया जाएगा। जिस समय अयोध्या में भगवान राम विराजमान होंगे, ठीक उसी समय बिसरख के मंदिर में भी राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा कर विराजमान किया जाएगा।

बिसरख में नहीं मनाया जाता दशहरा

बता दें कि बिसरख गांव को रावण की जन्मस्थली माना जाता है। गांव के लोग दशहरा पर रावण के पुतले का दहन भी नहीं करते है, लेकिन अब ग्रामीण गांव के प्राचीन शिव मंदिर पर राम दरबार की स्थापना करेंगे। प्राचीन रावण मंदिर में राम दरबार के प्राण प्रतिष्ठा के लिए 11 पंडितों को बुलाया गया है। पूरे रीति रिवाज से भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी फिर उनके आखों की पट्टी को खोलकर उनका श्रृंगार किया जाएगा। अंत में हवन और आरती की जाएगी।

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प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी

कार्यक्रम में पूरे गांव के लोग शामिल होंगे। मंदिर के महंत रामदास ने बताया है कि अयोध्या में निभाई जाने वाली सभी रस्मों को ध्यान में रखकर यहां भी राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। जिस समय अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समाप्त होगी इस दौरान यहां पर भी भगवान राम के दरबार को प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित किया जाएगा। राम दरबार के स्थापना के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया है। 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 22 January 2024 at 11:22 IST