अपडेटेड 13 March 2023 at 16:03 IST

भारत में Tigers की औसतन उम्र 10-12 साल, 6% हर साल बढ़ रही है संख्या : सरकार

All India Tiger Estimates 2018 के अनुसार, भारत में बाघों की संख्या 2967 होने का अनुमान लगाया गया था।

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Tigers in India : सरकार ने सोमवार को लोकसभा को बताया कि वर्ष 2006 से 2018 के दौरान लिए गए नमूनों की तुलना करने पर यह स्पष्ट हुआ है कि भारत में बाघों की संख्या छह प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है।

लोकसभा में केशरी देवी पटेल, डा. संघमित्रा मौर्य और डा. चंद्रसेन जादौन के प्रश्न के लिखित उत्तर में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने यह जानकारी दी। सदस्यों ने पूछा था कि क्या यह सच है कि देश में प्रत्येक 40 घंटे में एक बाघ की मौत हो जाती है ? इस पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, ‘‘ जी, नहीं । जंगल में बाघों का औसत जीवनकाल आमतौर पर 10-12 वर्ष है और जंगल में वृद्धावस्था, रोग, परस्पर लड़ाई, शावकों में अत्यधिक मृत्यु दर, बिजली का करंट लगने, जाल/फंदे में फंसने, पानी में डूब जाने, सड़क/रेल दुर्घटनाओं आदि जैसे विभिन्न कारक बाघों की मौत का कारण बनते हैं।’’

उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय बाघ अनुमान 2018 (All India Tiger Estimates 2018)  के अनुसार, भारत में बाघों की संख्या 2967 होने का अनुमान लगाया गया था। चौबे ने कहा कि वर्ष 2006 से 2018 के दौरान लिए गए नमूनों की तुलना करने पर यह स्पष्ट हुआ है कि भारत में बाघों की संख्या छह प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है।

मंत्री ने कहा कि बाघों के संरक्षण, बाघों और अन्य वन्यजीव संरक्षण संबंधी जागरूकता बढ़ाने, पर्यावास प्रबंधन, संरक्षण, बुनियादी ढांचे के विकास आदि कार्यो हेतु बाघ बहुल राज्यों के लिए ‘बाघ परियोजना’ नामक केंद्रीय योजना चल रही है। मंत्री द्वारा सदन में रखे गए आंकड़ों के अनुसार, बाघ परियोजना के तहत वर्ष 2019-20 में 2.82 करोड़ रूपये, 2020-21 में 1.94 करोड़ रूपये, वर्ष 2021-22 में 2.19 करोड़ रूपये और वर्ष 2022-23 में 28 फरवरी 2023 तक 78.70 लाख रूपये जारी किए गए।

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Published By : Press Trust of India (भाषा)

पब्लिश्ड 13 March 2023 at 16:02 IST