अपडेटेड 16 December 2022 at 13:34 IST
फ्रांस में होने वाली नटराज श‍िव की प्रत‍िमा की बोली रुकी, भारत से 52 साल पहले हुई थी चोरी
तमिलनाडु पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मिली है। आइडल विंग CID (IWCID) ने गुरुवार को फ्रांस में 'शिव नटराज' की कांसे की मूर्ति की नीलामी को सफलतापूर्वक रुकवा दिया।
- भारत
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फ्रांस में नटराज शिव की मूर्ति ऑक्शन होने वाली थी, जिसकी कीमत ढाई करोड़ रुपये के करीब थी। इस बात की जानकारी जब भारत में तमिलनाडु की आइडल विंग CID को मिली तो पता चला कि ये मूर्ति 1970 में तमिलनाडु के एक मंदिर से चुराई गई थी। इस ऑक्शन को रोकने के लिए तेजी से कार्यवाही की गई और नीलामी को रोक दिया गया। यह तमिलनाडु पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मिली है।
आइडल विंग CID (IWCID) ने गुरुवार को फ्रांस में 'शिव नटराज' की कांसे की मूर्ति की नीलामी को सफलतापूर्वक रुकवा दिया। 1970 के दशक के आसपास थुथुकोडी जिले के कयाथार से चुराई गई दुर्लभ मूर्ति को पेरिस, फ्रांस में नीलामी घर में क्रिस्टी द्वारा नीलाम किया जाना था और बोली मूल्य यूरो 2 लाख से यूरो 3 लाख यूरो (लगभग 1.76 करोड़ रुपये से 2.64 करोड़) रखी हुई थी।
पुराने फोटो से हुई पहचान
नटराज की मूर्ति की नीलामी की जानकारी मिलने के बाद तमिलनाडु के IWCID ने इसकी जांच करने का फैसला किया। उन्हें 1950 के दशक के अंत में पांडिचेरी में फ्रांसीसी संस्थान द्वारा ली गई एक फोटो मिली जो फ्रांस में नीलामी के लिए लिस्टेड नटराज की मूर्ति से मिलती-जुलती थी।
तमिलनाडु से चुराई गई थी दुर्लभ प्रतिमा
ये जानकारी मिलते ही तेजी से कार्रवाई करते हुए तमिलनाडु पुलिस के आईडब्ल्यूसीआईडी ने अपने दावे का समर्थन करने के लिए और अधिक दस्तावेज जमा किए, जिससे पता चला कि नीलामी के लिए लिस्टेड नटराज की मूर्ति तमिलनाडु से चुराई गई थी। इसके बाद आईडब्ल्यूसीआईडी ने इस नीलामी के बारे में राज्य सरकार को जानकारी दी। फिर राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को सूचना दी और फ्रांस में भारतीय दूतावास द्वारा मामले को फ्रांसीसी अधिकारियों के साथ उठाया गया।
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विजयनगर काल (15वीं-16वीं शताब्दी) की है मूर्ति
इस बात की जानकारी मिलते ही फ्रांसीसी अधिकारियों ने शुक्रवार को होने वाली नीलामी को रोक दिया। बताया जा रहा है कि नटराज की मूर्ति विजयनगर काल (15वीं-16वीं शताब्दी) की है। नीलामी रोक दिए जाने के बाद अधिकारी अब चोरी हुई मूर्ति को भारत वापस लाने की योजना बना रहे हैं।
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'PM मोदी की मदद से वापस लाएंगे मूर्ति'
रिपब्लिक से बात करते हुए बीजेपी तमिलनाडु के नेता बीएफ सूर्या ने कहा, "यह अकेला मामला नहीं है। तमिलनाडु के महत्वपूर्ण मंदिरों से 5-6 दशकों के दौरान ऐसी कई मूर्तियां ले जाई गई हैं। वर्तमान में यह बहुत अधिक हैं। अच्छा हुआ कि राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से संपर्क किया जिसने बदले में फ्रांस में दूतावास से संपर्क किया और नीलामी को रोक दिया। पिछले कुछ सालों में पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद भारत से चोरी की गई दुनिया भर की सैकड़ों मूर्तियों को वापस लाया गया। मुझे यकीन है कि फ्रांस से मूर्ति लाने के लिए सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी।'
Published By : Digital Desk
पब्लिश्ड 16 December 2022 at 13:32 IST