अपडेटेड 17 January 2023 at 18:32 IST
Army Day पर सेना ने खच्चर को COAS प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित, जानिए इसके शानदार सर्विस का रिकॉर्ड
सेना दिवस 2023 के दौरान, सेना ने ऐसे ही पिछले कई सालों से सेवारत अपने पशु परिवहन के माउंट नंबर 4K-509 और यूनिट हूफ नंबर-122 खच्चर को सम्मानित किया।
- भारत
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भारतीय सेना (Indian Army) के शौर्य की कहानी किसी से छुपी हुई नहीं है। देश के जवान और अधिकारी हर परिस्थिति में दुश्मनों को धूल चटा देते हैं। इन जवानों के शौर्य में सेना में काम करने वाले जानवरों की भी महत्ता किसी से छिपी नहीं है। सेना का Zoom Dog हो या राष्ट्रपति की सेवा में लगा घोड़ा विराट, सभी के शानदार प्रदर्शन से सेना और मजबूती से काम करती है। ऐसे ही जब सेना की सियाचिन जैसे तैनाती सुदूर क्षेत्रों में होती है, तब इन इलाकों में हेलीकॉप्टर या सेना के वाहनों से पहुंचना बेहद मुश्किल होता है। ऐसे में भारतीय सेना खच्चरों का प्रयोग कर इन इलाकों में लॉजिस्टिक पहुंचाती है।
सेना दिवस 2023 के दौरान, सेना ने ऐसे ही पिछले कई सालों से सेवारत अपने पशु परिवहन के माउंट नंबर 4K-509 और यूनिट हूफ नंबर-122 खच्चर को सम्मानित किया। यूनिट हूफ नंबर-122 खच्चर चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ प्रशस्ति पत्र (COAS Commendation Card) से सम्मानित किया गया है। यह खच्चर पिछले 6 साल से लगातार गजराज कोर के साथ देश की सेवा में जुटा है और इसने इस दौरान 750 किलोमीटर तक की यात्रा की है।
सेना ने हूफ नंबर-122 को सम्मानित करने को दौरान लिखा, "सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सुदूर क्षेत्रों में पशु परिवहन इकाइयों के खच्चर लॉजिस्टिक चेन में एक महत्वपूर्ण कड़ी रहे हैं। हूफ नंबर-122, ऐसे ही एक हीरो को Army Day-2023 पर COAS प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया, जो गुमनाम योद्धाओं के निस्वार्थ सेवा की उपयुक्त पहचान है।"
Mules of animal transport units have been a vital link in logistics chain in remote regions under most challenging conditions. Hoof No 122, one such Hero awarded COAS Commendation Card on #ArmyDay2023, an apt recognition of selfless service by unsung warriors@adgpi@easterncomd pic.twitter.com/eZzrSjhGru
— Gajraj Corps (@GajrajCorps_IA) January 16, 2023
6 सालों में रहा है शानदार सर्विस रिकॉर्ड
हूफ नंबर-122 को सम्मानित करने के दौरान सेना के गजराज कोर ने बताया कि बेहद थका देने वाली और अमानवीय परिस्थितियों में, रिमाउंट नंबर 4K-509 और यूनिट हूफ नंबर-122 म्यूल (माउंटेन आर्टिलरी) हमेशा फॉरवर्ड पेट्रोलिंग पॉइंट से यांग्त्से (15,000 फीट से ऊपर) तक पशु परिवहन काफिले में सबसे आगे रहा। उसकी शारीरिक उपस्थिति और बेहद शांत स्वभाव ने अन्य जानवरों पर प्रभाव डाला था और इस प्रकार शून्य दुर्घटना दर सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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भारी बारिश और खतरनाक रूप से फिसलन भरे ट्रैक की स्थिति के बावजूद, खच्चर ने जबरदस्त शारीरिक मजबूती, निश्चितता का प्रदर्शन किया और एडवांस विंटर स्टॉकिंग 2021 के दौरान महत्वपूर्ण इंजीनियर/गोला-बारूद और राशन भार उठाने जैसे कठिन कार्यों में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए भार उठाने के कर्तव्यों के लिए हमेशा तैयार था। इन 6 सालों में पुराने खच्चरों ने लगभग 6,500 किलोग्राम भार उठाया और 750 किलोमीटर की दूरी तय की।
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उनकी अनुकरणीय उत्सुकता, प्रतिकूल परिचालन वातावरण में कर्तव्य की पुकार से परे सर्वोच्च समर्पण, उचित मान्यता के योग्य है और उन्हें सेना दिवस 2023 पर सेना प्रमुख प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया गया है।
Published By : Nripendra Singh
पब्लिश्ड 17 January 2023 at 18:32 IST