अपडेटेड 4 January 2025 at 10:11 IST

नए साल का जश्न मनाने गोवा गए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की हत्या, पर्यटकों की सुरक्षा पर सवालों के घेरे में सरकार

नए साल का जश्न मनाने के लिए गोवा गए एक शख्स की हत्या कर दी गई। दरअसल, यहां पर्यटकों ने समुद्र तट पर बनी एक हट में खाना मांगा।

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Goa beach shack
Representational image | Image: File photo

नए साल का जश्न मनाने के लिए गोवा गए एक शख्स की हत्या कर दी गई। दरअसल, यहां पर्यटकों ने समुद्र तट पर बनी एक हट में खाना मांगा। इसके बाद हट के मालिक और पर्यटकों के बीच किसी बात को लेकर हाथापाई हो गई। इस मारपीट में आंध्र प्रदेश के रहने वाले रवि तेजा नाम के एक पर्यटक की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

वहीं इस घटना के बाद से गोवा सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। गोवा में घटती पर्यटन संख्‍या पर बहस होने लगी है। आपको बता दें कि रवि तेजा पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे। कैंडोलिम के मरीना बीच शैक के कर्मचारियों ने अतिरिक्त शुल्क और कथित दुर्व्यवहार को लेकर हुए विवाद के बाद पीट-पीटकर हत्या कर दी। रवि के दोस्तों का आरोप है कि शैक मालिक का बेटा भी इस निर्मम हमले में शामिल था। अस्पताल ले जाते समय रवि ने दम तोड़ दिया।

कानून व्‍यवस्‍था पर गंभीर सवाल

यह हत्या, जो गोवा के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक पर हुई, ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के विपक्षी नेताओं ने प्रमोद सावंत सरकार पर पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ऐसी घटनाएं गोवा की छवि को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में नुकसान पहुंचाती हैं।

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यह घटना ऐसे समय में हुई है जब गोवा का पर्यटन क्षेत्र पहले से ही दबाव में है। रिपोर्टों के अनुसार, राज्य में विदेशी पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। भारत के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में जाना जाने वाला गोवा इस सीजन में अपेक्षाकृत कम पर्यटकों को आकर्षित कर सका है, जिसके लिए सुरक्षा चिंताओं और पर्यटन बुनियादी ढांचे की कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पर्यटन से जुड़े हितधारकों ने भी चिंता व्यक्त की है कि ऐसी घटनाओं का गोवा की छवि पर दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। वे सरकार से कड़े नियम लागू करने और प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों में पुलिस व्यवस्था को मजबूत करने का आग्रह कर रहे हैं ताकि पर्यटकों का विश्वास बहाल किया जा सके।

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पुलिस की कार्यशैली पर भी उठ रहे सवाल

इस मामले पर गोवा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं। इसके अलावा गृह मंत्रालय की तरफ से भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। आपको बता दें कि गृह मंत्रालय की जिम्‍मेदारी सीएम सावंत पर ही है। गौरतलब है कि इस तरह की बढ़ती आपराधिक घटनाओं का असर गोवा के पर्यटन उद्योग पर दिखता है, जिससे पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है।

Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 4 January 2025 at 09:43 IST