अपडेटेड 17 December 2024 at 19:33 IST

'54 साल की उम्र के जो युवा हैं वो संविधान बदल देंगे की रट लगा रहे वो...', राहुल पर भड़के अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में आगे कहा कि हमें अपने देश के संविधान पर गर्व है, हमारा संविधान अपनी लोकतांत्रिक मूल्यों की वजह से ही इतना सफल हो पाया है।

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राज्यसभा में राहुल गांधी पर भड़के अमित शाह | Image: X - Sansad TV

Amit Shah Attack on Rahul Gandhi: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राज्यसभा में संविधान को लेकर अपना संबोधन दे रहे हैं। अमित शाह ने इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना उनपर जोरदार हमला बोला। अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, अभी कुछ नेताओं ने 54 साल की उम्र में खुद को युवा कहते हैं, बोलते हैं कि संविधान खत्म कर देंगे, यह भूल जाते हैं कि उसी संविधान ने संशोधन करने का अधिकार दे रखा है। अमित शाह ने आगे कहा कि उनकी तरफ से एक तरफ देश के संविधान का जिक्र किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उन देशों का भी जिक्र हो रहा है जहां पर लोकतंत्र खतरे में पड़ा है।


गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में आगे कहा कि हमें अपने देश के संविधान पर गर्व है, हमारा संविधान अपनी लोकतांत्रिक मूल्यों की वजह से ही इतना सफल हो पाया है। सही मायनों में हमारे संविधान को मजबूत करने का काम देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल ने किया था। अमित शाह ने आगे कहा कि जिसने भी संविधानों को शब्दों में छापा है और चित्रों को निकाला है, उन लोगों ने संविधान के साथ ही बड़ा छल करने का काम किया है। असल में संविधान सभा में राजेंद्र प्रसाद जी अध्यक्ष बने थे, उस समय उनके अलावा कई और दिग्गज वहां मौजूद थे, अनेक चर्चाओं में हिस्सा लेने के बाद संविधान को पूर्ण बनाने का काम किया है।


अमित शाह का राहुल गांधी पर हमला

बीते कुछ दिनों से कांग्रेस और विपक्षी नेता लगातार अपनी जेब में संविधान की प्रतियां लेकर घूम रहे हैं और बार- बार संविधान की दुहाई देते हुए नजर आए हैं। इसी दौरान अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना हमला बोलते हुए कहा, 'अभी कुछ नेताओं ने 54 साल की उम्र में खुद को युवा कहते हैं, बोलते हैं कि संविधान खत्म कर देंगे, यह भूल जाते हैं कि उसी संविधान ने संशोधन करने का अधिकार दे रखा है।' अमित शाह ने आगे कहा कि हमारे संविधान को कभी भी अपरिवर्तित नहीं माना गया, क्योंकि परिवर्तन जीवन का मंत्र है, ऐसे में हमारी संविधान सभा ने भी इसे स्वीकार किया।


सरदार पटेल के मैप को धन्यवाद देना चाहूंगा

अमित शाह ने कहा कि 75 साल के समय के बाद संविधान को स्वीकार करने के बाद पीछे मुड़कर देखते हैं तो सरदार पटेल का मैप धन्यवाद करना चाहता हूं कि सरदार साहब के अथक परिश्रम के कारण आदेश एक होकर मजबूती से दुनिया के सामने खड़ा मान्य व इस देश में नहीं होगा मैं वह सभी लोगों के सदन के माध्यम से कहना चाहता हूं कि 75 साल हो गए हमारे साथ भी पास में पास पड़ोस में दुनिया भर में कई लोग आजाद हुए नहीं शुरुआत की वहां कई बाद अकस्मात हुए लोकतंत्र सफल नहीं हुआ हमारा लोकतंत्र आज पाताल तक गहरा पहुंचा है अनेक परिवर्तन रक्त की एक बूंद बहा मगर हमने करें और विचारधाराओं के आधार पर भी परिवर्तन करें एक एक अभियान और अहंकार को चुप करने का का का इस देश की जनता की

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 17 December 2024 at 19:33 IST