अपडेटेड 6 May 2024 at 09:59 IST

'ये देश शरिया के आधार पर नहीं , यूसीसी के आधार पर चलेगा', अमित शाह

अमित शाह ने साफ कर दिया है कि विपक्ष पंथ निरपेक्ष देश में जो कर रहा है वो सही नहीं है।

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अमित शाह | Image: republic

Amit Shah: देश के गृहमंत्री अमित शाह ने रिपब्लिक मीडिया से बात करते हुए विपक्ष की मंशा , देश के मैंडेट से लेकर बेरोजगारी को लेकर बात की। विपक्षी खेमे को धर्म के आधार पर देश बांटने का आरोप लगाया। 

बोले- ये धर्म के आधार पर कानून लाने की बात करते है ।  इस पर बात होनी चाहिए..ये देश शरिया के आधार पर नहीं चल सकता, यूसीसी के आधार पर ही चलेगा।

सवाल- चुनाव के समय मुद्दा क्यों?

इलेक्शन के समय ही हिंदू मुस्लिम क्यों कर रहे हैं। सवाल के जवाब में गृहमंत्री बोले- क्योंकि ये अहम है क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी अपने इलेक्शन एजेंडा पर इतिहास के घड़ी की सुइयों को उलटा घुमाने की चेष्टा करती है। जब पूरी दुनिया   पंथ निरपेक्ष की बात करती है तो ये धर्म के आधार पर कानून लाने की बात करती है...क्या आपको नहीं लगता कि ये मुद्दा देश की जनता को बताना चाहिए। ये चुनाव में मत नर्धारित करने का मबत्वबण पक्ष है। कैसे चलेगा ये देश। वो जमाने गए...ऐसे नहीं चलेगा ये देश, ये देश शरिया के आधार पर नहीं चलेगा ये यूसीसी के आधार पर चलेगा...

इसके साथ ही उन्होंने  पश्चिम बंगाल सरकार को मात देने का दावा भी किया। पूरे विश्वास के साथ कहा कि 25 से लेकर 30 सीट तक एनडीए के खाते में जाएगी।    

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शरिया क्या है?

शरिया, या इस्लामी कानून, धार्मिक सिद्धांतों और नियमों का एक समूह है जो इस्लामी समाजों के नैतिक और कानूनी पहलुओं को नियंत्रित करता है। यह कुरान और इस्लामी पैगंबर मुहम्मद की शिक्षाओं और प्रथाओं से लिया गया है। शरिया व्यक्तिगत आचरण, पारिवारिक मामले, विरासत, आपराधिक कानून और शासन सहित विभिन्न पहलुओं को शामिल करता है। यह मुसलमानों को इस्लामी सिद्धांतों के अनुसार अपना जीवन जीने के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है।

Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 6 May 2024 at 07:24 IST