अपडेटेड 30 June 2025 at 12:34 IST
अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियां अब अंतिम दौर में है। यात्रा को लेकर भोले के भक्तों में उत्साह का माहौल है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा बलों ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की जरूरत होती है, ऐसे में अगर आपने अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं किया है तो बता दें कि आज, सोमवार से जम्मू में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू हो गई है। जानते हैं यात्रा जुड़ी हर डिटेल के बारे में....
अमरनाथ यात्रा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु का कारवां निकल पड़ा है। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आज, 30 जून से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। श्रद्धालु 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। जिन श्रद्धालुओं ने तकनीकी कारणों से ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कर पाए थे उनके लिए यह राहत की खबर है। इसके लिए शहर में कई पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं।
अमरनाथ यात्रा के लिए आज से पंजीकरण शुरू होने के साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु जम्मू में प्रशासन द्वारा स्थापित विशेष केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। बम-बम भोले के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। बता दें ये केंद्र खासतौर पर उन लोगों के लिए खोले गए हैं जिन्होंने अभी तक ऑनलाइन मोड के माध्यम से यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं कराया है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद इस बार राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने यात्रा को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। यात्रा मार्ग को अभेद किले में तब्दील कर दिया गया है। चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ समेत अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती यात्रा मार्ग में की गई है। यात्रा शुरू होने से पहले सोमवार को अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
आगामी अमरनाथ यात्रा 2025 के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक एहतियाती प्रयास के तहत रविवार को भारतीय सेना, CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस और JKSDRF (जम्मू-कश्मीर राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर समरोली, तोल्डी नाला में एक संयुक्त मॉक भूस्खलन अभ्यास आयोजित किया गया।
बता दें कि पवित्र अमरनाथ यात्रा 2025 की शुरुआत 3 जुलाई से होने जा रही है। तीर्थयात्रियों का पहले जत्था 2 जुलाई को जम्मू आधार शिविर से रवाना होगा। यात्रा आधिकारिक तौर पर 3 जुलाई को बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से शुरू होगी।
यात्रा मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, साथ ही चिकित्सा, परिवहन और ठहरने की सुविधाओं को भी दुरुस्त किया गया है।
पब्लिश्ड 30 June 2025 at 12:34 IST