अपडेटेड 22 June 2024 at 22:49 IST
मवेशी ले जा रहे लोगों पर कथित तौर पर 'भीड़ का हमला': घटना के 15 दिन बाद पहली गिरफ्तारी
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में कथित तौर पर 'भीड़ के हमले' की घटना के लगभग 15 दिन बाद पुलिस ने इस मामले में 23 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया है।
- भारत
- 3 min read

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में कथित तौर पर 'भीड़ के हमले' की घटना के लगभग 15 दिन बाद पुलिस ने इस मामले में 23 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस घटना में ट्रक में मवेशी ले जा रहे तीन लोगों की मौत हो गई थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान हर्ष मिश्रा के रूप में हुई है जिसे पुलिस के एक विशेष दल ने पड़ोसी दुर्ग जिले के बोरसी इलाके से गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि रायपुर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का निवासी मिश्रा गिरफ्तारी से बचने के लिए बोरसी में अपने दोस्त के घर पर छिपा हुआ था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मिश्रा के खिलाफ भादंसं की धाराओं 304 (गैर इरादतन हत्या), 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सात जून को रायपुर जिले के आरंग थाना क्षेत्र में भीड़ द्वारा कथित तौर पर पीछा किए जाने के बाद दो मवेशी ट्रांसपोर्टर-- गुड्डू खान (35) और चांद मिया खान (23) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उनका साथी सद्दाम कुरैशी गंभीर रूप से घायल पाया गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। 18 जून को यहां एक अस्पताल में इलाज के दौरान कुरैशी की मौत हो गई।
यह घटना उस समय हुई जब तीनों मवेशी (भैंस) से भरे ट्रक में सवार होकर महासमुंद से रायपुर जा रहे थे। उत्तर प्रदेश के रहने वाले तीनों युवक आरंग क्षेत्र में महानदी पर बने पुल के नीचे मिले थे जबकि भैंसों से भरा उनका ट्रक पुल पर पाया गया था। हमले की इस घटना के बाद आरंग पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 304 (गैर इरादतन हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) और 34 के तहत मामला दर्ज किया था।
Advertisement
प्राथमिकी के अनुसार चांद और सद्दाम के एक रिश्तेदार शोहेब खान ने दावा किया कि चांद ने उसे फोन पर बताया कि जब वे तीनों पड़ोसी महासमुंद जिले से मवेशियों से भरे ट्रक में आरंग की ओर जा रहे थे, तब मोटरसाइकिल और अन्य वाहनों पर कुछ लोगों ने उनका पीछा किया। आरोप है कि ट्रक का टायर फटने के बाद तीनों का पीछा कर रहे लोगों ने उन्हें गाली देना और पीटना शुरू कर दिया।
पुलिस ने मामले की जांच और आरोपियों का पता लगाने के लिए रायपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कीर्तन राठौर के नेतृत्व में 14 सदस्यीय विशेष दल का गठन किया था। पुलिस ने कहा कि विशेष दल ने कुछ और संदिग्धों की पहचान की है और वह उनका पता लगाने की कोशिश कर रही है।
Advertisement
यह भी पढ़ें… NEET केस: आरोपियों का नार्को टेस्ट-ब्रेन मैपिंग करवा सकती है बिहार पुलिस
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 22 June 2024 at 22:49 IST