अपडेटेड 29 December 2024 at 10:03 IST
राजस्थान के बाद MP में हादसा, बोरवेल में गिरा 10 साल का सुमित; 137 घंटे से 'मौत के कुएं' में फंसी है चेतना
सुमित मीणा अपने पिता दशरथ मीणा के साथ शाम करीब 4 बजे खेत पर गया था। इस दौरान वह एक खुले बोरवेल में गिर गया।
- भारत
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Guna, Child fall in Borewell: एक ओर तो 3.5 साल की मासूम चेतना पिछले 6 दिनों से राजस्थान के कोटपूतली के गहरे बोरवेल में फंसी है। अबतक उसे बाहर निकालने में सफलता हाथ नहीं लगी। इस बीच ऐसी ही एक घटना अब मध्य प्रदेश के गुना में बी घटी गई, जहां 10 साल का एक बच्चा बोरवेल में गिर गया है।
हादसा गुना के राघागौढ़ में हुआ। जहां 10 साल का सुमित करीब 40 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची गई है और बच्चे को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
पिता के साथ खेत गया था सुमित, तभी…
घटना शनिवार (28 अक्टूबर) की है। राघौगढ़ के जंजाल इलाके में पीपल्या गांव का रहने वाला सुमित मीणा (10) अपने पिता दशरथ मीणा के साथ शाम करीब 4 बजे खेत पर गया था। इस दौरान वह एक खुले बोरवेल में गिर गया। काफी देर तक सुमित के नहीं दिखने पर परिवारवालों ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान बोरवेल के गड्ढे में बच्चे का सिर दिखाई दिया।
सुमित को बोरवेल से निकालने के लिए रेस्क्यू जारी
मामले की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। इस पर पुलिस और प्रशासन की टीम गांव में पहुंच गई। राघौगढ़ SDM विकास कुमार आनंद भी मौके पर पहुंचे। साथ ही SDRF को बुलाया गया है। दो JCB की मदद से बोरवेल के पास खुदाई शुरू कराई गई है। SDM खुद रेस्क्यू अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वहीं, बच्चे को पाइप के जरिए ऑक्सीजन भी पहुंचाई जा रही है।
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SDM ने बताया कि बच्चे का सिर उसमें दिख रहा है। इससे यह संभावना है कि बच्चा ज्यादा नीचे नहीं गया है।
150 फीट गहरे बोरवेल में फंसी है 3 साल की चेतना
गौरतलब है कि इससे पहले हाल ही में राजस्थान से बोरवेल में मासूम बच्चों के गिरने की दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं। दौसा में बोरवेल में गिरने के बाद 5 साल के आर्यन की मौत हो गई थी। वहीं, राजस्थान के ही कोटपूतली में 3.5 साल की चेतना पिछले 6 दिनों से 150 फीट गहरे बोरवेल में फंसी हुई है। बीते सोमवार (23 अक्टूबर) को बच्ची खेलते समय बोरवेल में गिर गई थी। तब से उसे बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
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चेतना को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए NDRF-SDRF के साथ तमाम टीमें लगी हुई हैं। अलग-अलग तरीके भी अपनाए गए, लेकिन अबतक टीमों को सफलता नहीं मिल पाई। इस बीच बच्ची के परिजनों के सब्र का बांध टूट गया है। चेतना ने इतने दिनों से कुछ खाया-पीया नहीं है। वह किस हालत में होगी, इसका किसी को अंदाजा नहीं है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 29 December 2024 at 06:52 IST