अपडेटेड 11 February 2024 at 14:45 IST
Breaking News: राष्ट्रीय अस्मिता और सनातन पर समझौता नहीं'- प्रमोद कृष्णम
Breaking News: 'अपमानित होने के बाद भी मैं क्यों था कांग्रेस में'- प्रमोद कृष्णम

Pramod Krishnam Breaking News: आचार्य प्रमोद कृष्णम कृष्णम संभल में पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कांग्रेस से अपने भावनात्मक रिश्तों का इजहार किया और इतिहास याद दिलाया। कांग्रेस में क्यों रहे इसकी वजह बताई और ये भी कहा कि राष्ट्रीय अस्मिता और सनातन से समझौता उनको बर्दाश्त नहीं है।
कृष्णम को 10 फरवरी को कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया। उन पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया। जिसके बाद सुबह उन्होंने राहुल गांधी को टैग कर लिखा- ‘राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं’।
राष्ट्र अस्मिता और सनातन से समझौता नहीं…
कृष्णम बोले- सवाल इस बात का है कि वो कांग्रेस जो महात्मा गांधी की कांग्रेस थी... आज उस कांग्रेस को किस रास्ते पर लाकर खड़ा किया गया है... क्या कांग्रेस में सिर्फ वो रह सकते हैं जो सनातन को मिटाने की बात करें?... मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि 'राम और राष्ट्र' पर समझौता नहीं किया जा सकता है। निष्कासन बहुत छोटी चीज है..."
सचिन पायलट को बताया 'शिव'
राजस्थान से कांग्रेस विधायक सचिन पायलट का भी जिक्र कृष्णम ने किया। कहा- "सचिन पायलट का बहुत अपमान हुआ है लेकिन वे भगवान शिव की तरह जहर पिये जा रहे हैं। उसी तरह प्रियंका गांधी की भी बहुत तौहीन हो रही है... देश की आज़ादी के बाद किसी भी पदाधिकारी के सामने ऐसा नहीं लिखा गया, जो प्रियंका गांधी के सामने लिखा गया... उनके आगे लिखा गया प्रियंका गांधी, 'बिना किसी पोर्टफोलियो के महासचिव'(General Secretary without any Portfolio)...सवाल इस बात का है कि ये जो अपमान किया जा रहा है ये किसके इशारे पर हो रहा है?..."
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राहुल गांधी पर जोरदार हमला
कृष्णम ने राहुल गांधी को मां बहन की तौहीन करने वाला करार दिया। आगे कहा- जो शख्स अपनी दादी अपनी माँ और पिता के साथ सुख दुःख में खड़े रहने वाले नेताओं की इज़्ज़त नहीं करना जानता है, गुलाम नबी आज़ाद से लेकर कमलनाथ तक भूपेंदर हुड्डा से लेकर दिग्विजय सिंह तक इसमें शामिल हैं। ये वो लोग है जिन्होंने राहुल गाँधी को ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया ...जो व्यक्ति इतनी बड़े नेताओं का सम्मान नहीं करना जनता है तो मुझे अपमानित किया जा रहा है तो ये कौन सी बड़ी बात है?
सनातन को मिटाने की बात पर बिफरे
कृष्णम ने महात्मा गांधी को भी याद किया। बोले- "...सवाल इस बात का है कि वो कांग्रेस जो महात्मा गांधी की कांग्रेस थी... आज उस कांग्रेस को किस रास्ते पर लाकर खड़ा किया गया है... क्या कांग्रेस में सिर्फ वो रह सकते हैं जो सनातन को मिटाने की बात करें?... मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि 'राम और राष्ट्र' पर समझौता नहीं किया जा सकता है। निष्कासन बहुत छोटी चीज है..."
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निष्कासन का जताया आभार
कृष्णम ने कांग्रेस मुझे कई न्यूज़ चैनल के माध्यम से ये जानकारी मिली की कांग्रेस पार्टी की तरफ से चिठ्ठी जारी की जिसमें लिखा है पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण मुझे 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है... सबसे पहले में आभार व्यक्त करता हूँ उन्हों मुझे कांग्रेस से मुक्ति देने का फरमान जारी किया। साथ ही मैं सवाल करना चाहता हूँ ऐसी कौन सी गतिविधियां है जो पार्टी के विरोध में थी और उन्हें कब पता चला क्या राम का नाम लेना पार्टी विरोधी है? क्या अयोध्या जाना पार्टी विरोधी है? क्या राम जी की प्राण प्रतिष्ठा में जाना पार्टी विरोधी है? क्या मोदी जी से या योगी जी से मिलना पार्टी विरोधी है? ये मेरे सवाल कांग्रेस के नेतृत्व से है?दूसरी मेरी प्रबल इच्छा है भगवन राम को 14 वर्ष का वनवास दिया गया था तो एक राम भक्त को 6 साल के लिए को निकला जा रहा है इसको 14 वर्ष कर दिया जाए।
कांग्रेस से असहमति पर बोले आचार्य
उन्होंने आगे कहा- कांग्रेस पार्टी के बहुत से फैसले से जिनसे में सहमत नहीं था। धारा 370 देश हित में था कांग्रेस को इसका विरोध नहीं करना चाहिए था। तीन तलाक़ को हटाने के फैसले को पार्टी को विरोध नहीं करना चाहिए था...जब dmk के नेताओं ने सनातन को डेंगू कहा उसका कांग्रेस को समर्थन नहीं करना चाहिए था। कांग्रेस पार्टी के अंदर मुझे अपमानित करने का काम किया जाने लगा मैंने बहुत अपमान के घूंट पिए। विपक्ष का अर्थ ये नहीं होता कि तुम प्रधानमंत्री से नफरत करो मौजूदा जो विपक्ष है ये मोदी से इतना नफरत करता है की उनसे नफरत करते हुए ये भारत से नफरत करने लगा है।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 11 February 2024 at 13:45 IST