अपडेटेड 7 June 2025 at 17:05 IST
Aadhaar Card Loan : देश में पिछले कुछ सालों में फाइनेंशियल फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं। लोकल सर्किल्स के एक सर्वे के मुताबिक करीब 47 फीसदी भारतीयों ने एक या ज्यादा फाइनेंशियल फ्रॉड का अनुभव किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी 2024 में पूरी दुनिया में लोग करीब 85 लाख करोड़ रुपये की साइबर ठगी के शिकार हुए हैं। साइबर ठग लोगों की जेब से पैसे निकालने के नए-नए तरीके लेकर आते हैं।
साइबर ठगी अपने जाल में फंसाने के लिए लोगों को लालच देते हैं। ठग हर बार नई-नई योजना या फिर ऑफर का लालच देते हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री योजना के तहत आधार कार्ड से लोन दिया जा रहा है। दावा है कि आधार कार्ड से महज 2% ब्याज पर लोन दिया जा रहा है, जिसमें से 50% लोन माफ हो जाएगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए एक फोन नंबर (8595311955) भी दिया गया है।
अगर आपके पास भी इस तरह के मैसेज आ रहे हैं, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। भारत सरकार के प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट-चेक यूनिट ने इस दावा की पड़ताल की है। PIB Fact Check में ये दावा पूरी तरह से फर्जी पाया गया है। आपको बतादें, केंद्र सरकार की तरफ से ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है, जिसमें 2% ब्याज पर लोन मिले और 50% लोन माफ कर दिया जाए। PIB ने लोगों को ऐसे फर्जी दावों से सावधान रहने की सलाह दी है। यह चेतावनी लोगों को जागरूक करने के लिए है ताकि वे ऐसी धोखाधड़ी से बच सकें।
साइबर ठगी पर पूरी तरह से रोक लगाना सरकार और साइबर सेल के लिए लगभग नामुमकिन है। इसे हम जागरूक रहकर ही रोक सकते हैं। ऐसे फर्जी संदेशों को हमें शेयर नहीं करना चाहिए। साइबर ठगी के साथ-साथ ये आपकी निजी जानकारी चुराने का भी प्रयास हो सकता है।
जागरूकता और सतर्कता ही साइबर ठगी से बचने की कुंजी है। अनजान नंबरों या ईमेल से आए लिंक पर क्लिक न करें। फर्जी मैसेज जैसे सस्ते लोन और बड़े ऑफर को अनदेखा करें। बैंक खाता, OTP, पासवर्ड या आधार नंबर की जानकारी किसी के साथ साझा न करें, चाहे वे सरकारी अधिकारी होने का दावा ही क्यों ना करें। अपने बैंक, ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर 2FA एक्टिवेट करें। ऑनलाइन लेनदेन के लिए "https://" वाली वेबसाइट्स का इस्तेमाल करें और पब्लिक Wi-Fi से बचें। ठगी होने पर तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत करें या 1930 पर कॉल करें।
पब्लिश्ड 7 June 2025 at 17:05 IST