अपडेटेड September 2nd 2024, 21:31 IST
1/6: पेरिस पैरालंपिक से अब तक भारत की झोली में 2 गोल्ड, 3 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल आ चुके हैं। भारत के पैरा शटलर नितेश कुमार ने आज पेरिस में गोल्ड जीतकर तिरंगा लहरा दिया। / Image: Instagram
2/6: गोल्ड जीतने वाले नितेश कुमार की कहानी बेहद भावुक है। 15 साल की उम्र में नितेश ने एक ट्रेन हादसे में अपना पैर गंवा दिए थे। वे बचपन में फुटबॉल के बहुत अच्छे खिलाड़ी थे। / Image: X
3/6: पर इस हादसे ने नितेश का फुटबॉल खेलने का सपना हमेशा के लिए चकनाचूर कर दिया। लेकिन नितेश ने हार नहीं मानीं और अब पेरिस पैरालंपिक में देश के लिए गोल्ड जीता। / Image: Instagram
4/6: पैर गंवाने के बाद नितेश पढ़ाई में जुट गए और उनका सिलेक्शन आईआईटी मंडी में हो गया। अपने ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्हें बैडमिंटन के बारे में पता चला। इसके बाद बैडमिंटन नितेश के लिए ताकत बन गया। / Image: instagram
5/6: नितेश कुमार आर्मी में जाना चाहते थे। लेकिन ट्रेन हादसे ने उनकी इस ख्वाहिश को खत्म कर दिया। नितेश नौसेना अधिकारी के बेटे हैं। उनको बचपन से वर्दी पहनने का शौक था। पर इस हादसे ने उनसे बहुत कुछ छीन लिया। / Image: X
6/6: जो ये हादसा नितेश से नहीं छीन पाया वो था नितेश का हौसला और हिम्मत। नितेश को पैरा शटलर प्रमोद भगत से प्रेरणा मिली। इतना ही नहीं, नितेश ने स्टार क्रिकेटर विराट कोहली के जज्बे से सीखा। / Image: Instagram
पब्लिश्ड September 2nd 2024, 21:31 IST