अपडेटेड 1 July 2025 at 18:35 IST
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हिंदू पंचांग में कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि का विशेष महत्व होता है। इसी दिन माता तुलसी और भगवान शालिग्राम (विष्णु) का पवित्र विवाह संपन्न कराया जाता है।
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पंचांग के मुताबिक, इस साल द्वादशी तिथि की शुरुआत 2 नवंबर को सुबह 7 बजकर 31 मिनट से हो रही है और इसका समापन 3 नवंबर को सुबह 5 बजकर 7 मिनट पर होगा। ऐसे में तुलसी विवाह 2 नवंबर 2025, को मनाया जाएगा।
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तुलसी विवाह 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी विवाह के साथ ही हिंदू समाज में मांगलिक कार्यों की शुरुआत भी होती है, जो आगे चलकर देवोत्थान एकादशी और फिर विवाह मुहूर्तों तक जारी रहती है।
/ Image: Pixabay5/7: इस दिन महिलाएं विशेष रूप से व्रत रखती हैं और तुलसी के पौधे को दुल्हन की तरह सजाकर उनका विवाह शालिग्राम से कराती हैं। मान्यता है कि इस विवाह में भाग लेने से कन्यादान के समान पुण्य प्राप्त होता है। / Image: X
6/7: तुलसी को दुल्हन की तरह श्रृंगार कर लाल वस्त्र पहनाए जाते हैं। मंगल गीत गाया जाता है और विवाह के सभी पारंपरिक विधि-विधान निभाए जाते हैं। / Image: AI
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी विवाह का आयोजन करने से व्यक्ति के जीवन में सुख- समृद्धि आती है। दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
/ Image: freepikDisclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
पब्लिश्ड 1 July 2025 at 18:35 IST