
अपडेटेड 7 May 2025 at 21:37 IST
Sindoor: पहली बार किसने लगाया था सिंदूर?
What is the history behind sindoor: सिंदूर लगाने की प्रथा कब शुरू हुई थी? हिन्दू महिलाएं मांग में सिंदूर क्यों लगाती हैं ? जानते हैं इस लेख के माध्यम से...
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हिंदू मान्यताओं के अनुसार, विवाहित महिलाओं द्वारा मांग में सिंदूर लगाना बेहद ही महत्वपूर्ण परंपराओं में से एक है।
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शादी में दूल्हा अग्नि के सामने अपनी दुल्हन की मांग में सिंदूर लगाता है। सिंदूर न केवल पति की लंबी उम्र को दर्शाता है बल्कि स्वस्थ जीवन का प्रतीक है।
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वहीं ये एक शादीशुदा महिला की पहचान भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहली बार मांग में सिंदूर किसने लगाया था।
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ऐसी मान्यता है कि पहली बार देवी पार्वती ने अपनी मांग में भगवान शिव के लिए सिंदूर लगाया था।
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ऐसे में जब भगवान शिव ने मां पार्वती को सिंदूर का महत्व समझाया तो तभी से ये सिंदूर सुहागन की पहचान बनी।
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भगवान शिव ने कहा कि ये सिंदूर केवल सौंदर्य का आभूषण नहीं अपितु पति के प्रति तुम्हारा प्रेम, समर्पण और शुभकामना का प्रतीक है।
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इसके अलावा ये न केवल तुम्हारी आस्था को शक्ति देगा बल्कि मुझे दीर्घायु भी प्रदान करता है।
Image: FreepikDisclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 7 May 2025 at 21:37 IST