shardiya Navratri 2025 when is Ashtami also know the auspicious time for worship to goddess maa durga to bring peace and prosperity to home kanya pujan ka samay kab hai

अपडेटेड 26 September 2025 at 21:11 IST

Navratri 2025: 29 या 30 सितंबर...कब है अष्टमी? कब है पूजा का शुभ मुहूर्त

नवरात्रि का आठवां दिन यानी अष्टमी तिथि मां दुर्गा की उपासना के लिए बेहद शुभ मानी जाती है। इस दिन मां महागौरी की पूजा और कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। भक्तजन पूरे श्रद्धा भाव से अष्टमी का व्रत रखते हैं और कन्याओं का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। तो चलिए जानते हैं कब है अष्टमी और इस दिन कैसे करें पूजा-

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कब है अष्टमी तिथि?

इस साल अष्टमी तिथि 29 सितम्बर शाम 4:30 बजे से शुरू होकर 30 सितम्बर शाम 6:00 बजे तक रहेगी।
इसलिए कन्या पूजन और अष्टमी का व्रत 30 सितम्बर को करना सबसे श्रेष्ठ और फलदायक माना गया है।

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शास्त्रों के अनुसार, इस दिन मां दुर्गा की पूजा और कन्याओं के पूजन से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। माना जाता है कि कन्याओं के रूप में मां भगवती स्वयं विराजमान होती हैं।

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अष्टमी पर करें ये कार्य

अष्टमी के दिन सुबह स्नानादि करके शुद्ध होकर पूरे भाव से मां की पूजा करें और कन्या पूजन की तैयारी करें।

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घर की शुद्धि करें

सबसे पहले पूजा स्थल को स्वच्छ और पवित्र करें। घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए दीपक जलाएं और वातावरण को सुगंधित करें।

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कन्याओं का स्वागत

छोटी-छोटी कन्याओं को घर बुलाकर उनके चरण धोकर आसन पर बैठाएं। ऐसा करने से घर में माँ दुर्गा का आगमन माना जाता है।

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पूजा और आरती

कन्याओं के माथे पर कुमकुम और हल्दी का तिलक लगाएं। उन्हें गंगाजल, अक्षत और फूल अर्पित करें। दीप प्रज्वलित कर माँ दुर्गा और कन्याओं की आरती करें।

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भोग/भोजन

परंपरागत रूप से कन्याओं के लिए पूरी, काला चना और सूजी का हलवा बनाकर प्रेमपूर्वक परोसें। ये तीनों चीजें माँ दुर्गा को अत्यंत प्रिय हैं।

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गिफ्ट और दक्षिणा

भोजन के बाद श्रद्धानुसार कन्याओं को दक्षिणा, चुनरी, उपहार या फल देकर सम्मानपूर्वक विदा करें।

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आशीर्वाद

अंत में कन्याओं के आशीर्वाद को माँ दुर्गा का आशीर्वाद मानकर नतमस्तक हों और मन से धन्यवाद करें।

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अष्टमी का दिन भक्ति, सेवा और आस्था का प्रतीक है। इस दिन कन्याओं का पूजन करने से न केवल मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य भी बढ़ता है।

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इस नवरात्रि, मां महागौरी का पूजन कर उनके चरणों में समर्पित हों और अपने घर में सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त करें। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Samridhi Breja

पब्लिश्ड 26 September 2025 at 21:11 IST