
अपडेटेड 15 July 2025 at 13:42 IST
Sawan Ke Upay: सावन में शिवलिंग पर नहीं चढ़ाएं ये फूल वरना रुक सकती है कृपा, कौन हैं भगवान भोले के प्रिय फूल?
पवित्र महीने सावन की शुरुआत हो चुकी है। सावन में शिवलिंग की विशेष पूजा की जाती है और शास्त्रों के अनुसार पूजा के दौरान कुछ नियमों का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं पूजा के दौरान शिवलिंग पर कौन से फूल चढ़ाने चाहिए और कौन सा नहीं इस बारे में...
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भोले भक्त पूजा के दौरान शिवलिंग पर गंगाजल, बेलपत्र और पुष्प अर्पित कर शिव को प्रसन्न करते हैं। मगर शिवलिंग पर ऐसे फूल चढ़ा देते है जो महादेव को प्रसन्न करने के बजाय क्रोधित कर देते हैं।
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आइए जानते हैं कौन-कौन से फूल हैं, जिन्हें शिवलिंग पर अर्पित करना वर्जित माना गया ये फूल शिव को अप्रिय हैं और इन्हें चढ़ाने से पूजा निष्फल हो सकती है।
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पौराणिक कथा के अनुसार केतकी के फूल को भगवान शंकर ने ब्रह्मा जी के झूठ का साथ देने पर श्राप दिया था, इस कारण शिव की पूजा में ये फूल निषिद्ध हो गया। Image: Freepik

चमेली और लाल रंग के पुष्प देवी पूजन में प्रयोग किए जाते हैं और शिव को सात्विक रंग पसंद करते हैं। इसलिए इसे शिवपूजा में वर्जित बताया गया है।
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तेज सुगंध वाले फूल: जैसे चंबा, केवड़ा अपनी तीव्र सुगंध के कारण महादेव को पसंद नहीं हैं। इसकी खुशबू भले ही मनभावन हो, लेकिन इसे शिवपूजा में वर्जित बताया गया है।
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कमल का फूल भोग और विलास का प्रतीक है, जबकि भगवान शिव त्याग के प्रतीक माने जाते हैं, इसलिए कमल का फूल भगवान शिव को नहीं चढ़ाया जाता है।

शास्त्रों के अनुसार, कदंब का फूल भगवान शिव को अप्रिय लगते हैं, इसलिए इस फूल को भी शिवलिंग पर अर्पित नहीं किया जाता है।
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धतूरा, सफेद बेला, आक कनेर ये ऐसे फूल है जो शिव को अतिप्रिय है। सावन के महीने में इन फूलों को शिवलिंग पर अर्पित करने से भक्त की सारी मनोकामना पूरा होती है। Image: Freepik

तीन पत्तों वाला बेलपत्र विशेष रूप से शुभ माना जाता है। शिवलिंग पर इसे अर्पित करने से भोलेनाथ की विशेष कृपा होती है।
Image: ShutterstockDisclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 15 July 2025 at 13:36 IST