
अपडेटेड 7 July 2025 at 12:43 IST
Sawan 2025: शिवलिंग पर क्यों चढ़ाए जाते हैं बेल पत्र?
बता दें, इस पर सावन के महीने की शुरुआत 11 जुलाई को हो रही है। वहीं पहला सोमवार 14 जुलाई को पड़ने वाला है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग न केवल सावन के सोमवार को व्रत रखते हैं बल्कि बेलपत्र भी चढ़ाते हैं।
- फोटो गैलरी
- 2 min read

लेकिन क्या आपको पता है कि बेलपत्र शिवलिंग पर क्यों चढ़ाते हैं तो उसके पीछे एक कथा प्रचलित है, जिसके बारे में जानना जरूरी है।
Image: Shutterstock
कहते हैं कि समुद्र मंथन के वक्त जब विष निकला था तब भगवान शिव ने उस विष से दुनिया को बचाने के लिए उसे अपने गले में धारण कर लिया।
Image: FreepikAdvertisement

लेकिन इस कारण उनका कंठ नीला हो गया। ऐसे में उनका पूरा शरीर अत्यधिक गर्म हो गया। इससे वातावरण में भी गर्मी होने लगी।
Image: shutterstock
बता दें कि बेलपत्र विष के प्रभाव को कम करता है। ऐसे में सभी देवी देवताओं ने बेल पत्र शिव जी को खिलाना शुरू कर दिया।
Image: shutterstockAdvertisement

बेल पत्र के साथ-साथ शिवजी को शीतल रखने के लिए उन पर जल भी चढ़ाया गया। बेलपत्र और जल के प्रभाव से भोलेनाथ के शरीर को ठंडक मिली। ऐसे में तभी से उन्हें बेलपत्र चढ़ाया जाने लगा।
Image: shutterstock
इसके पीछे एक और कथा प्रचलित है। कहते हैं, कि एक भील नाम का डाकू था जो लूट-पाट करता था। सावन के महीने में वह एक जंगल गया और पेड़ पर चढ़ गया।
Image: shutterstock
अब वो पूरे दिन अपने शिकार का इंतजार करता रहा लेकिन उसे कोई भी शिकार नहीं मिला। पर डाकू पेड़ पर छिपा था।
Image: shutterstock
अब पूरी रात गुजर गई और भील बेहद ही परेशान हो गया। ऐसे में वह अपना समय बिताने के लिए बेलपत्र के पत्तों को तोड़कर नीचे गेरने लगा।
Image: social media
उस पेड़ के नीचे एक शिवलिंग था तो वो पत्ते शिवलिंग पर गिर रहे थे। लेकिन भील इस बात से अनजान था। पर शिवजी भील से बेहद ही प्रसन्न हो गए।
Image: Freepik
ऐसे में शिवजी उस डाकू के सामने प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा साथ ही उसका उधार भी किया। तभी से बेलपत्र चढ़ाने का महत्व और बढ़ गया।
Image: FreepikDisclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 7 July 2025 at 12:43 IST