अपडेटेड 28 June 2025 at 14:18 IST
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हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि इस साल 10 जुलाई 2025 को पड़ रही है। इस दिन गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
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इस दिन विशेष रूप से अपने गुरु के चरणों में श्रद्धा भाव से अर्पण की गई वस्तुएं न केवल आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम बनती हैं, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता के द्वार भी खोलती हैं।
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पीले रंग करो गुरु ग्रह बृहस्पति का प्रतीक माना गया है। इसलिए गुरु पूर्णिमा के दिन पीली वस्तुओं का दान या भेंट करना अत्यंत शुभ माना गया है। इस दान से आपके भीतर ज्ञान का प्रकाश फैलेगा।
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गुरु पुर्णिमा पर पीला फुल जैसे गेंदे या सूरजमुखी के फूल, गुरु को समर्पित करने से सौभाग्य और शांति का वरदान मिलता है।
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यदि संभव हो तो गुरु पुर्णिमा के दिन गुरु को पीले वस्त्र भेंट करें। पीले रंग की धोती, अंगवस्त्र या शॉल भेंट कर गुरु के प्रति सम्मान प्रकट करें।
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हल्दी को शुद्धता और ऊर्जा का प्रतीक है। हल्दी का दान शुभ फल देता है। गुरु पुर्णिमा पर हल्दी का दान भी बेहत शुभ माना गया है।
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पीली मिठाइयां- जैसे बेसन के लड्डू या बूंदी, श्रद्धा से गुरु को अर्पित करने पर मनोकामनाओं पूर्ण होती है, और करियर में भी सफलता हासिल होती है।
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केसर या केसरयुक्त दूध- यह दिव्यता और समृद्धि का प्रतीक है, और गुरु को प्रसन्न करता है। गुरु पूर्णिमा पर आप अपने गुरु को ये सारी चींजें भेंट स्वरूप दे सकते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
पब्लिश्ड 28 June 2025 at 14:18 IST