Somwati Amavasya

अपडेटेड 21 May 2025 at 14:55 IST

Puja Niyam: घर में लक्ष्मी की कृपा चाहिए? शाम की पूजा में भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां

Evening Puja Niyam: वास्तु शास्त्र में धार्मिक कार्यों से जुड़े कई नियम बताए गए हैं, जिनमें शाम की पूजा को लेकर भी कुछ नियम हैं। ऐसे में अगर आप शाम की पूजा करने जा रहे हैं तो आपको वास्तु के खास नियमों की जानकारी जरूर होनी चाहिए।

Follow : Google News Icon  
camera icon
1/6
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

शाम को भगवान की पूजा करते समय कुछ नियमों की अनदेखी करने से घर में आई मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं। इसलिए शाम की पूजा के इन नियमों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। 
 

Image: Shutterstock

camera icon
2/6
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त के बाद देवी-देवता सोने चले जाते हैं, इसलिए आपको शाम की पूजा के समय भूलकर भी शंख या घंटी नहीं बजानी चाहिए। इससे उनकी निद्रा में खलल पड़ता है। 
 

Image: freepik

Advertisement
camera icon
3/6
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

शास्त्रों के अनुसार, शाम के समय पूजा के लिए फूल तोड़ना अशुभ होता है इसलिए शाम की पूजा के समय देवी-देवताओं को फूल अर्पित नहीं करने चाहिए। 
 

Image: Freepik

camera icon
4/6
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

शाम की पूजा के समय देवी-देवताओं को हमेशा घर का बना भोजन भोग के रूप में अर्पित करना चाहिए। इससे घर में खुशहाली बनी रहती है। 
 

Image: Pexels

Advertisement
camera icon
5/6
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

शाम की पूजा में कभी भी तुलसी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। दरअसल, सूर्यास्त के बाद तुलसी की पत्तियां तोड़ना अशुभ माना जाता है।
 

Image: Shutterstock

camera icon
6/6
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

अगर आप शाम को सूर्यास्त के बाद सूर्यदेव की पूजा करते हैं तो आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से धन की हानि होती है। 
 

Image: freepik

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 21 May 2025 at 14:55 IST