अपडेटेड 30 June 2025 at 14:23 IST
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देवशयनी एकादशी हिन्दू धर्म में एक पवित्र तिथि मानी जाती है। इस दिन से ही चातुर्मास की शुरुआत होती है। इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किए जाते। एकादशी पर दीपदान का विशेष महत्व होता है।
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देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए दीप जलाने की परंपरा को शुभ माना गया है। घर के कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाने से लक्ष्मी की कृपा के साथ-साथ विपदाएं भी दूर होती है।
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देवशयनी एकादशी पर घर के मुख्य द्वार, पूजा घर, तुलसी के पौधे के पास और पीपल के पेड़ के नीचे दीया जलाना विशेष शुभ माना जाता है।
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एकादशी के दिन घर के प्रवेश द्वार पर दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती। यह लक्ष्मी प्रवेश का मार्ग भी माना जाता है।
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घर के पूजा स्थान पर भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाना विशेष पुण्यदायी माना जाता है। इससे घर में नकारात्मकता खत्म होती है।
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तुलसी माता को लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और भगवान विष्णु को तुलसी प्रिय है। तुलसी का चौरा के पास दीप जलाने से घर में दरिद्रता का नाश होता है और लक्ष्मी का वास होता है।
/ Image: Pixabay7/7: पीपल को ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वासस्थल माना जाता है। देवशयनी एकादशी के दिन यहां दीपक जलाने से पितृ दोष शांति मानी जाती है और सारे विपदाएं भी दूर होती है। / Image: AI
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पब्लिश्ड 30 June 2025 at 14:23 IST