
अपडेटेड 22 October 2025 at 17:09 IST
Bhai Dooj 2025: भाई दूज पर तिलक के समय किस तरफ में होना चाहिए बहन-भाई का मुख? गलत दिशा रिश्ते में ला सकता है खटास!
भाई दूज का त्योहार दीपावली के तुरंत बाद आता है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए तिलक करती हैं और आरती उतारती हैं। वहीं, भाई बहन को उपहार देकर उसका आशीर्वाद लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भाई दूज के दिन तिलक करने की दिशा भी बहुत मायने रखती है? वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर इस दिन तिलक के समय गलत दिशा में बैठ जाएं तो रिश्तों में दूरियां आने लगती हैं। आइए जानते हैं भाई दूज पर तिलक के समय कौन-सी दिशा शुभ मानी जाती है।
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बहन किस दिशा में बैठे और भाई किस ओर?
वास्तु शास्त्र के अनुसार भाई दूज के तिलक के समय भाई को पश्चिम दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए और बहन को पूर्व दिशा की ओर मुख करना चाहिए।
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इससे सूर्य देव की सकारात्मक ऊर्जा भाई तक पहुंचती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। कहा जाता है कि इस दिशा में बैठकर किया गया तिलक भाई की लंबी उम्र और सफलता के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
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किन दिशाओं से करें परहेज?
भाई दूज के तिलक के समय उत्तर या दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठने से बचना चाहिए।
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वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है और इस दिशा में तिलक करना अशुभ परिणाम दे सकता है। वहीं उत्तर दिशा में बैठने से रिश्तों में मनमुटाव या गलतफहमियां बढ़ सकती हैं।
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तिलक करने के समय इन बातों का भी रखें ध्यान
तिलक में गोला, चंदन, रोली और अक्षत का प्रयोग करें। यह शुभता का प्रतीक है। तिलक के बाद भाई की आरती जरूर उतारें, इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

बहन को तिलक के समय थाली में दीपक जलाकर रखना चाहिए, जो मंगल और प्रकाश का प्रतीक है। भाई को बहन को उपहार या कुछ राशि अवश्य देनी चाहिए, यह आशीर्वाद का प्रतीक होता है।
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वास्तु के अनुसार क्यों जरूरी है सही दिशा?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिशा केवल भौगोलिक नहीं बल्कि ऊर्जा का केंद्र होती है। जिस दिशा में बैठकर पूजा की जाती है, वहां की ऊर्जा व्यक्ति पर असर डालती है।
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भाई दूज जैसे शुभ पर्व पर सही दिशा में बैठकर तिलक करने से रिश्तों में प्यार, सम्मान और सौहार्द बढ़ता है। पूर्व-पश्चिम की दिशा में बैठकर किया गया तिलक भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बना देता है।
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भाई दूज का त्योहार केवल तिलक और मिठाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्यार और अपनापन बढ़ाने का दिन है। इसलिए इस दिन तिलक के समय दिशा का खास ध्यान रखें।
Image: ShutterstockDisclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 22 October 2025 at 17:09 IST