
अपडेटेड 22 October 2025 at 18:14 IST
Bhai Dooj 2025: भाई को गोले के साथ जरूर दें ये 2 चीजें, बढ़ेगी आयु और रिश्ते में बना रहेगा प्यार
भाई दूज का त्योहार हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। इस दिन बहन अपने भाई के माथे पर तिलक करती है, आरती उतारती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक के बाद मिठाई खिलाती हैं। परंतु ज्योतिष और परंपरा के अनुसार, भाई को सिर्फ गोला देने से ही नहीं, बल्कि दो विशेष चीजें देने से भाई की आयु और रिश्ते की मिठास दोनों बढ़ती हैं। आइए जानते हैं कौन-सी हैं वो दो चीजें -
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पान का पत्ता और सुपारी दें
भाई दूज पर तिलक के बाद भाई को पान का पत्ता और सुपारी देना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि यह दीर्घायु और सौभाग्य का प्रतीक है।
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पान और सुपारी देने से भाई के जीवन में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं करतीं हैं। यह भेंट बहन की ओर से रक्षा और सम्मान का संकेत भी है।
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पान के पत्ते में देवी लक्ष्मी और सुपारी में भगवान विष्णु का वास होता है। इसलिए जब बहन इसे भाई को देती है, तो दोनों देवताओं का आशीर्वाद भाई को मिलता है।
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तिल और चावल
तिल और अक्षत यानि साबुत चावल भाई दूज की पूजा में बहुत अहम माने जाते हैं। तिल शुद्धता और दीर्घायु का प्रतीक है। अक्षत यानी चावल संपन्नता और स्थिरता का प्रतीक माने जाते हैं।
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जब बहन इन्हें भाई के हाथ पर रखती है या तिलक में शामिल करती है, तो यह शुभता और सौभाग्य लाता है।
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क्यों जरूरी है यह परंपरा?
भाई दूज सिर्फ एक रस्म नहीं बल्कि एक भावनात्मक बंधन है। बहन जब पूरे मन से तिलक करती है और इन चीजों का दान करती है, तो भाई के जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य बना रहता है।

कहा जाता है कि जो बहन इन नियमों का पालन करती है, उसके भाई की आयु लंबी होती है और उनके बीच का रिश्ता सदा मधुर बना रहता है।
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इस भाई दूज 2025 पर अगर आप अपने भाई को गोले के साथ पान-सुपारी और तिल-अक्षत देंगी, तो न केवल उसकी आयु बढ़ेगी बल्कि आपके रिश्ते में भी हमेशा प्यार और सम्मान बना रहेगा।
Image: PinterestDisclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 22 October 2025 at 18:14 IST