Pariksha Pe Charcha

अपडेटेड 28 February 2024 at 23:14 IST

Pariksha Pe Charcha में PM मोदी ने छात्रों को सिखाए परीक्षा के गुर, देखिए कार्यक्रम की खास तस्वीरें

Pariksha Pe Charcha: PM ने बताया कि छात्रों पर तनाव 3 प्रकार का होता है। कभी साथियों के दबाव से प्रेरित होता है, कभी माता-पिता और कभी खुद से भी प्रेरित होता है।

Follow : Google News Icon  
camera icon
1/7
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

अपने वार्षिक ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत करते हुए PM ने कहा, 'हमारे बच्चों में दृढ़ता पैदा करना और दबावों से निपटने में उनकी मदद करना महत्वपूर्ण है।' Image: PM

camera icon
2/7
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

पीएम ने कहा कि दबाव से निपटने में बच्चों की मदद करने के लिए उनमें दृढ़ता पैदा करना महत्वपूर्ण है। माता-पिता और शिक्षकों को सामूहिक रूप से छात्रों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करना चाहिए। Image: PTI

Advertisement
camera icon
3/7
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम के माध्यम से अभिभावकों को अपने बच्चे के रिपोर्ट कार्ड को अपना विजिटिंग कार्ड नहीं मानने की सलाह दी। Image: PTI

camera icon
4/7
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं से पहले छात्रों के मानसिक तनाव को लेकर पीएम मोदी ने दूसरों से नहीं बल्कि खुद से प्रतिस्पर्धा करने का सुझाव दिया। Image: X

Advertisement
camera icon
5/7
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

PM ने छात्रों को ऐसे दोस्त बनाने का सुझाव दिया जो अधिक बुद्धिमान हों और कड़ी मेहनत करते हों। उन्होंने कहा- आपको ऐसे दोस्तों से प्रेरित होना चाहिए। पढ़ाई और परीक्षा के दबाव को खुद पर हावी न होने दें। Image: PTI

camera icon
6/7
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

PM ने कहा- भले ही प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां प्रेरणा के रूप में काम करती हैं, लेकिन प्रतिस्पर्धा स्वस्थ होनी चाहिए। माता-पिता दूसरे बच्चों का उदाहरण देते रहते हैं। इन चीजों को करने से बचना चाहिए। Image: X

camera icon
7/7
|
Expand icon
|
share gallery
Description of the pic

प्रधानमंत्री ने बताया कि छात्रों पर तनाव तीन प्रकार का होता है। उन्होंने कहा कि यह कभी साथियों के दबाव से प्रेरित होता है तो कभी माता-पिता द्वारा और कभी स्वयं से भी प्रेरित होता है। Image: PTI

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 29 January 2024 at 20:22 IST