
अपडेटेड 17 May 2025 at 14:16 IST
चाचा, ताऊ या फिर फूफा क्यों नहीं... चंद्रमा को क्यों कहते हैं चंदा मामा? जान लें वजह
क्यों चांद को चाचा, ताऊ या फिर फूफा कहकर नहीं पुकारा जाता? इसके पीछे क्या कारण हैं चलिए बताते हैं।
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'चंदा मामा दूर के...', ये कविता तो हर किसी को मुंह जुबानी याद होगी। आज भी नर्सरी बच्चों को इसे सिखाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चंदा को मामा ही क्यों कहते हैं। Image: Pixabay

क्या आपके मन में सवाल उठता है कि चांद को कभी किसी और रिश्ते से क्यों नहीं जोड़ा गया? क्यों चांद को चाचा, ताऊ या फिर फूफा कहकर नहीं पुकारा जाता? इसके पीछे का कारण क्या है चलिए बताते हैं। Image: Pixabay
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एक मॉक इंटरव्यू के दौरान विकास दिव्यकीर्ति ने UPSC कैंडिडेट से सवाल किया था कि चंदा को हमेशा मामा कहकर ही क्यों संबोधित किया जाता है?

जवाब में कैंडिडेट ने कहा कि पृथ्वी और चंद्रमा एक ही सौर परिवार से ताल्लुक रखते हैं। एक तरह से दोनों ट्विंस हैं, इसलिए इसे मामा कहा जाता है।
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दिव्यकीर्ति ने बताया कि ये एक तरह से हमारे समाज पर एक टिप्पणी है। जैसे यूरोपीय देश अपनी कंट्री को पिता की तरह ट्रीट करते हैं और भारत को हम मां की तरह। इस संदर्भ में चंदा को मामा कहा जा सकता है।

हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, समुद्र मंथन के वक्त समुद्र में से कई सारे तत्व निकले थे जिसमें से एक मां लक्ष्मी और चंद्रमा भी थे।

हिंदू धर्म में लक्ष्मी को मां माना जाता है। ऐसे में चांद को चंदा मामा कहा जाने लगा।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 17 May 2025 at 14:16 IST