
अपडेटेड 25 November 2025 at 22:09 IST
Multigrain Atta: इन लोगों को गलती से भी नहीं खाना चाहिए मल्टीग्रेन आटे की रोटियां, जान लें इसके नुकसान
Multigrain Atta: आजकल अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलू चीजों को खाते हैं। इसी में कई लोग गेहूं की रोटियों को खाना छोड़कर मल्टीग्रेन आटे की रोटियों को खाना पसंद करते हैं। इसमें ज्वार, बाजरा, जौ, किनोआ, ब्राउन राइस के साथ फ्लैक्स सीड्स, सनफ्लावर और पंपकिन सीड्स मिलाए जाते हैं। इसे सुपर हेल्दी माना जाता है, लेकिन ये कई लोगों के लिए नुकसानदायक भी होता है। आइए आपको बताते हैं कि मल्टीग्रेन आटा खाने से क्या दिक्कतें हो सकती हैं।
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डायजेशन की दिक्कत
मल्टीग्रेन आटे को कई तरह के अनाज और बीज मिलाकर बनाया जाता है, जिनका पाचन समय अलग-अलग होता है। ये एक साथ खाए जाते हैं तो ब्लॉटिंग, गैस, पेट दर्द, पेट फूलने जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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न्यूट्रिशन का फायदा नहीं मिलता
जब अनाज पूरी तरह पचते नहीं हैं, तो जरूरी पोषक तत्वों को हमारी बॉडी अडॉप्ट नहीं कर पाती है। इससे बॉडी को वो फायदे नहीं मिलते, जिनके लिए लोग मल्टीग्रेन आटा खाते हैं।
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कब्ज की समस्या
कुछ लोगों को मल्टीग्रेन रोटी खाने के बाद कब्ज की समस्या हो सकती है। डाइजेशन स्लो होने के कारण मिक्स किए गए अनाज लंबे समय तक आंतों में रुके रहते हैं
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ज्यादा कैलोरी का खतरा
मल्टीग्रेन आटा कई अनाज के कारण कैलोरी में हाई हो सकता है। अगर पोर्शन कंट्रोल नहीं किया गया, तो वजन बढ़ सकता है।
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पोषक तत्वों का बैलेंस बिगड़ना
हर अनाज और बीज में पोषक तत्वों की मात्रा अलग होती है। इन्हें एक साथ खाने से जरूरी न्यूट्रिशन मिलना तय नहीं है, बल्कि कुछ न्यूट्रिएंट्स की कमी भी हो सकती है।
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कब और कैसे खाएं
न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक हर अनाज को खाने का सही समय होता है। जैसे जौ सुबह, ब्राउन राइस दोपहर, राजगीरा रात में, और बीजों को स्नैक्स के रूप में खाना बेहतर होता है।
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क्या है सही तरीका?
हर दिन अलग-अलग अनाज को अपनी डाइट में शामिल करना मल्टीग्रेन आटे की तुलना में ज्यादा फायदेमंद है। इससे पाचन बेहतर रहता है और शरीर को सभी पोषक तत्व बैलेंस में मिलते हैं।
Image: FreepikPublished By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 25 November 2025 at 22:09 IST