sb.scorecardresearch
Advertisement
Flower

अपडेटेड August 3rd 2024, 22:31 IST

Vastu Tip: बस ये एक फूल खोल सकता है आपकी बंद किस्मत का ताला! होते हैं कई फायदे

वास्तु शास्त्र में कई ऐसे उपायों का जिक्र है, जिसे करने से व्यक्ति की सोई हुई किस्मत जाग सकती है। इसी में एक फूल का नाम भी शामिल है।

Reported by: Sadhna Mishra
Follow: Google News Icon
Expand icon Description of the pic

1/7: रंग-बिरंगे प्यारे-प्यारे फूल हर किसी को पसंद होते हैं। वहीं कई फूलों को वास्तु शास्त्र में बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। दरअसल, कुछ ऐसे फूल भी हैं जिन्हें घर में लगाने से निगेटिविटी दूर होती है। / Image: Freepik

Expand icon Description of the pic

2/7: इन्हीं फूलों में एक गुड़हल का फूल भी है। जिसका जिक्र वास्तु शास्त्र में किया गया है। वास्तु के मुताबिक इसे घर में जरूर लगाना चाहिए। ये धार्मिक मान्यताओं के साथ औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। / Image: Freepik

Expand icon Description of the pic

3/7: धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक गुड़हल का फूल धन की देवी मां लक्ष्मी को बेहद पसंद है। इसलिए अगर इस फूल को घर में लगाते हैं, तो वह प्रसन्न होती हैं और आपकी किस्मत बदल सकती हैं। / Image: Freepik

Expand icon Description of the pic

4/7: गुड़हल के फूलों को मंगल दोष से छुटकारा दिलाने के लिए काफी लाभकारी माना गया है। जिस व्यक्ति का मंगल कमजोर होता है उसके शादी-विवाह में देरी होती है। ऐसे में घर में गुड़हल का पौधा लगाना ​चाहिए। / Image: Freepik

Expand icon Description of the pic

5/7: अगर कोई व्यक्ति आर्थिक संकट से जूझ रहा है तो उसे अपने घर में गुड़हल का फूल लगाना चाहिए। वास्तु के मुताबिक इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपनी कृपा बरसाती हैं। / Image: Freepik

Expand icon Description of the pic

6/7: यदि किसी की कुंडली में सूर्य दोष है तो उसे अपने घर की पूर्व दिशा में लाल रंग का गुड़हल का फूल लगाना चाहिए। इससे सूर्य दोष कम होता है और घर में पॉजिटिविटी आती है। / Image: Freepik

Expand icon Description of the pic

7/7: इसके अलावा भगवान सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय जल के साथ गुड़हल के फूल का भी अर्घ्य दें। ऐसा करने से मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी होती हैं और रिश्ते मजबूत होते हैं। / Image: Freepik

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

पब्लिश्ड August 3rd 2024, 22:31 IST