
अपडेटेड 17 June 2024 at 23:28 IST
Nirjala Ekadashi 2024: निर्जला एकादशी कल, दुखों से चाहिए छुटकारा तो करें ये काम
सभी एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण मानी जानी वाली निर्जला एकादशी कल है। ऐसे में अगर आप दुखों से छुटकारा चाहते हैं, तो इस दिन कुछ कामों को जरूर करें।
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Nirjala Ekadashi Niyam: साल में पड़ने वाली 24 एकादशियों में कुछ एकादशी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। उन्हीं में से एक निर्जला एकादशी भी है। इस दिन कुछ कामों को करने से सभी दुखों का नाश होता है। Image: Instagram

वैसे तो इस व्रत में एकादशी के सूर्योदय से द्वादशी तिथि के सूर्योदय तक निर्जल रह कर व्रत करने का विधान है पर जो लोग कमजोर या फिर बीमार रहते हैं वह जल पीकर और एक बार फलहार कर सकते हैं। Image: instagram
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इस एकादशी को श्रीहरि को प्रिय तुलसी की मंजरी और पीला चन्दन, रोली, अक्षत, पीले पुष्प, ऋतु फल और धूप-दीप, मिश्री आदि से भगवान दामोदर का भक्ति-भाव से पूजन करना चाहिए। Image: Freepik

इस दिन तुलसी के पत्र नहीं तोड़ने चाहिए, शास्त्रों में ऐसा करना वर्जित बताया गया है। Image: Freepik
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एकादशी के दिन गीता पाठ, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ व 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जप करने से प्राणी पापमुक्त-कर्जमुक्त होकर विष्णुजी की कृपा पाता है। Image: Freepik

रात्रि के समय भगवान नारायण की प्रसन्नता के लिए नृत्य, भजन-कीर्तन और स्तुति के द्वारा जागरण करना चाहिए। ऐसा करने से अक्षय पुण्यों की प्राप्ति होती है। Image: Freepik

यह व्रत ज्येष्ठ मास में पड़ने के कारण इस दिन गर्मी से राहत देने वाली शीतल वस्तुओं का दान करना चाहिए। इस दिन गोदान, वस्त्रदान, छत्र, जूता, फल आदि का दान करना बहुत ही लाभकारी होता है। Image: freepik
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 17 June 2024 at 23:28 IST