
अपडेटेड 27 October 2024 at 23:07 IST
Diwali की नकली मिठाइयां बढ़ा सकती हैं इन गंभीर बीमारियों का खतरा, लिस्ट में कैंसर भी शामिल
Diwali के मौके पर नकली मिठाइयों का कारोबार धडल्ले से किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि ये मिलावटी मिठाइयां आपको किन-किन बीमारियों का मरीज बना सकती हैं?
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Which disease caused by eating fake sweets?: पूरे साल लोगों को दिवाली का इंतजार बड़ी ही बेसब्री से रहता है। रोशनी और खुशियों की मिठास का यह पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। Image: freepik

दिवाली के खास मौके पर लोग एक दूसरे का मुंह मीठा कराते हैं और इस दिन मिठाई बांटने की परंपरा है। ऐसे में इस त्योहार पर मिठाइयों की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ जाती है। Image: freepik
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ऐसे में ज्यादातर दुकानदार कम खर्च में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं और दिवाली पर नकली और मिलावटी मिठाइया धड़ल्ले से बेचते हैं। Image: Freepik

लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन नकली और मिलावटी मिठाइयों को खाने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें कैंसर भी शामिल हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन सी बीमारियां अपना शिकार बनाती हैं। Image: freepik
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खराब क्वालिटी वाले मिठाई में कृत्रिम रंग, सिंथेटिक स्वीटनर या कम गुणवत्ता वाले आटे जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसी मिठाई खाने से मतली, उल्टी, दस्त और पेट में ऐंठन हो सकती है। Image: freepik

बता दें कि नकली मिठाई में सिंथेटिक दूध, स्टार्च और कई ऐसे ही तत्व पाए जाते हैं, जो किडनी पर दबाव डाल सकते हैं। ऐसे एडिटिव्स के लंबे समय तक सेवन से किडनी स्टोन और किडनी फेलियर का खतरा बढ़ सकता है। Image: freepik

कुछ मिठाइयों में हानिकारक रसायन जैसे सैकरिन, एक सिंथेटिक स्वीटनर और अन्य कैंसर वाले केमिकल्स होते हैं। ऐसे में इनका सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, खासकर मूत्राशय और लिवर के कैंसर का खतरा। Image: Freepik

खराब क्वालिटी वाली मिठाइयों में कम ग्रेड के नट्स, कृत्रिम स्वाद और रंग जैसी चीजें होती है, जो एलर्जी रिएक्शन का कारण बन सकते हैं, जिससे स्किन पर चकत्ते, खुजली, सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। Image: freepik

मिठाई ट्रांस फैट और मिलावटी तेल का इस्तेमाल हुए मावे से बनी होती हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है, जिससे हाई BP, हार्ट डिजीज और दिल के रोगों की समस्याएं हो सकती हैं। Image: freepik
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 27 October 2024 at 23:07 IST