maha gauri

Updated April 15th, 2024 at 23:52 IST

Navratri 2024: महाअष्टमी पर होती है मां गौरी की पूजा, भूल से भी नहीं चढ़ानी चाहिए ये चीजें

Navratri के आखिरी दो दिन महाअष्टमी और महानवमी बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे में इस दिन पूजा में कुछ सावधानी बरतनी चाहिए नहीं तो माता रानी नाराज हो सकती हैं।

Reported by: Sadhna Mishra

1/6: नवरात्रि के त्योहार की आखिरी की दो तिथियां महाअष्टमी और महानवमी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि अष्टमी तिथि पर देवी दुर्गा के परम शांति स्वरुप महागौरी की पूजा होती है।/ Image: Freepik

2/6: इस दिन कुछ लोग कन्या पूजन करके अपने नौ दिनों के व्रत का समापन करते हैं। साथ ही माता रानी को चढ़ावा भी चढ़ाते हैं, लेकिन अष्टमी के दिन कुछ चीजों को चढ़ाना अशुभ माना जाता है।/ Image: Freepik

3/6: नवरात्रि का आठवा दिन बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है यह मां गौरी को समर्पित है। इसे महाअष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस बार यह 16 अप्रैल 2024 को पड़ रहा है।/ Image: Freepik

4/6: चूड़ियां: माता रानी को चूड़ियां चढ़ाना शुभ होता है, लेकिन ध्यान रखें की मां को केवल कांच की लाल रंग की प्लेन चूड़ियां ही चढ़ानी चाहिए। प्लास्टिक या ऊनी वाली नहीं।/ Image: Freepik

5/6: प्लास्टिक के डिब्बे: अगर आप भी कन्या पूजन के लिए प्लास्टिक की चीजें लाते हैं, तो सावधान हो जाएं, क्योंकि यह शुभ नहीं माना जाता। इसलिए इन्हें पूजा स्थल से दूर ही रखना चाहिए। / Image: Freepik

6/6: भोग का रखें ध्यान: अष्टमी के दिन कन्याओं को खिलाने वाले भोजन में लहसुन-प्याज का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यह तामसिक भोजन में गिना जाता है। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता।/ Image: Freepik

Published April 15th, 2024 at 23:52 IST

Whatsapp logo