अपडेटेड September 2nd 2024, 11:24 IST
IC 814 The Kandahar Hijack: विजय वर्मा की नई वेब सीरीज “आईसी 814: द कंधार हाईजैक” आते ही विवादों में घिर गई है। नेटफ्लिक्स शो का प्रीमियर 29 अगस्त को हुआ था। अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी इस वेब सीरीज में 1999 की वो काली घटना दिखाई है जब आतंकवादियों ने इंडियन एयरलाइंस की एक फ्लाइट को हाईजैक कर लिया था।
इस वेब सीरीज को दर्शकों और क्रिटिक्स से भले ही पॉजिटिव रिव्यू मिल रहे हैं लेकिन फिर भी इस शो की वजह से सोशल मीडिया पर नेटफ्लिक्स को बायकॉट करने की मांग उठाई जा रही है। ऐसा क्यों, चलिए जान लेते हैं।
दरअसल, वेब सीरीज “आईसी 814: द कंधार हाईजैक” को देखने वाले दर्शकों का आरोप है कि मेकर्स ने घटनाओं को ‘वाइटवॉश’ करने की कोशिश की है। खास तौर पर हाईजैकर्स के नाम। नेटिजन्स ने आरोप लगाया है कि कैसे मेकर्स ने प्लेन हाईजैक करने वाले आतंकियों के नाम बदल दिए हैं। असल में उनके नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सैयद, सनी, अहमद काजी, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे। जबकि सीरीज में उनके नाम भोला, शंकर, डॉक्टर, बर्गर और चीफ रखे गए हैं, जो उनके कोडनेम लग रहे हैं।
अब सोशल मीडिया पर लोग भड़क उठे हैं और वेब सीरीज को बैन करने की मांग कर रहे हैं। किसी ने लिखा- ‘बॉलीवुड ऐसे आतंकवादियों को जीतने देता है’। तो वहीं दूसरा लिखता है- ‘आतंकियों की छवि वाइटवॉश करने की कोशिश की जा रही है’। लोगों ने इसे ‘देश का अपमान’ भी बता दिया है।
इस बीच, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी वेब सीरीज “आईसी 814: द कंधार हाईजैक” का विरोध करते हुए एक लंबा चौड़ा पोस्ट किया है। उन्होंने मेकर्स पर जमकर हमला बोला और कई सवाल दागे हैं।
उनके एक्स पोस्ट में लिखा है- “IC-814 के अपहरणकर्ता खूंखार आतंकवादी थे, जिन्होंने अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए उपनाम अपनाया था। फिल्ममेकर अनुभव सिन्हा ने उनके गैर-मुस्लिम नामों को दिखाकर उनके आपराधिक इरादे को वैध बना दिया। इसका नतीजा क्या हुआ? दशकों बाद, लोग सोचेंगे कि हिंदुओं ने IC-814 को हाईजैक किया था”।
उन्होंने आगे लिखा- “पाकिस्तानी आतंकवादियों, सभी मुसलमानों, के अपराधों को वाइटवॉश करने का वामपंथ का एजेंडा पूरा हुआ। ये है सिनेमा की ताकत, जिसका इस्तेमाल कम्युनिस्ट 70 के दशक से आक्रामक तरीके से करते आ रहे हैं। शायद पहले भी करते रहे हो। ये न केवल लंबे समय में भारत के सुरक्षा तंत्र को कमजोर करेगा/उस पर सवालिया निशान लगाएगा, बल्कि अपराध को धार्मिक समूह से भी हटा देगा, जो खूनखराबे के लिए जिम्मेदार है”।
पब्लिश्ड September 2nd 2024, 11:24 IST