अपडेटेड 29 November 2025 at 17:16 IST
Baahubali से लेकर RRR तक... Tollywood कैसे बदल रहा है भारतीय सिनेमा का स्वरूप? हर साल बनती हैं करीब 300 फिल्में
फिल्म बाहुबली: द बिगिनिंग टॉलीवुड के लिए एक नया मोड़ साबित हुई। इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा की तस्वीर ही बदल दी। एस.एस. राजामौली द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड तोड़े हैं, बल्कि टॉलीवुड ने साबित कर दिया है कि अच्छी कहानी और शानदार विजन के लिए भाषा कोई बाधा नहीं है।
- मनोरंजन समाचार
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टॉलीवुड यानी कि तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री ने पिछले कई दशक में जिस तरह से भारत के सिनेमा की तस्वीर बदली है। यह किसी क्रांति से कम नहीं है। वह दौर गया जब केवल बॉलीवुड ही देश के सिनेमा का चेहरा माना जाता था। आज S.S. Rajamouli जैसे दूरदर्शी निर्देशकों के निर्देशन में बनी टॉलीवुड की फिल्मों ने अपनी पहचान को 'पैन इंडिया' फिल्मों के रूप में स्थापित किया है।
आजकल टॉलीवड की फिल्मों को उठाकर बॉलीवुड में स्क्रिपटिंग की जा रही है और फिल्में भी वैसी ही बन रही है। आपको बता दें, मुंबई जिस तरह बॉलीवुड फिल्मों के लिए जाना जाता है। ठीक वैसे ही हैदाराबाद टॉलीवुड फिल्मों के लिए जाना जाता है।
टॉलीवुड का बढ़ रहा है दबदबा
टॉलीवुड हर साल लगभग 300 से अधिक फिल्मों का निर्माण करती है, जिसमें एक बड़ा हिस्सा तेलुगू सिनेमा का होता है। लेकिन, सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि पूरे अच्छे सिनेमेटिक और ग्राफिक्स और टेक्नोलॉजी से टॉलीवुड पूरे विश्व में अपनी जगह बना रहा है। स्टोरी लाइन से लेकर, कॉस्ट्यूम, कैमरा, ग्राफिक्स, सिनेमेशन और सही भाषा का प्रयोग कर रहा है। आपको बता दें, यह बदलाव मुख्य रूप से 2015 में आई फिल्म 'बाहुबली: द बिगनिंग' से शुरू हुआ।
टॉलीवुड में किस तरह की फिल्में बनी हैं?
टॉलीवुड अपनी एनर्जेटिक, एक्शन और ड्रामा के लिए जाना जाता है। जिसमें विजुअल इफेक्ट्स का बोलबाला होता है। टॉलीवु़ड की फिल्में अक्सर पारिवारिक, एक्शन और पौराणिक कथा से संबंधित होता है। इसे कई क्षेत्रीय भाषाओं में डब किया जाता है।
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बाहुबली (Baahubali) - इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा को सिखाया कि एक क्षेत्रीय भाषा की फिल्म को भी VFX, भव्य सेट और एक ऐसी महाकाव्य कहानी के साथ बनाया जा सकता है, जो भाषाई सीमाओं को तोड़ दे। इसने हिंदी भाषी दर्शकों के बीच साउथ की डब फिल्मों को बदलकर, एक साथ कई भाषाओं में रिलीज होने वाली 'पैन इंडिया' फिल्म की नींव रखी।
आरआरआर (RRR) - 'बाहुबली' की सफलता के बाद, राजामौली ने 'आरआरआर' के साथ इस ट्रेंड को और मजबूत किया। इसने न केवल भारत में रिकॉर्ड तोड़ कमाई की, बल्कि पश्चिमी देशों के दर्शकों का भी ध्यान आकर्षित किया। फिल्म के गाने 'नाटू-नाटू' को ऑस्कर मिला। भारतीय सिनेमा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था।
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पुष्पा (Pushpa) - 2024 में हुई बांड्रेडी सुकुमार द्वारा निर्देशित दो-भाग की एक्शन फिल्म पुष्पा आज भी लोगों के जहन में है। इस फिल्म में अल्लू अर्जुन ने मुख्य भूमिका निभाई है।
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टॉलीवुड क्यों हो रहा है सुपरहिट?
टॉलीवुड की फिल्मों की सफलता केवल एक या दो हिट फिल्मों तक सीमित नहीं है। टॉलीवुड में आम लोगों की भावनाएं और फिर एक्टर का दमदार एक्शन को सराहा गया है। जो लोगों को अपने निजी जीवन से जोड़ता है। टॉलीवुड ने न सिर्फ भारतीय सिनेमा का स्वरूप बदला है, बल्कि इन फिल्मों ने नए विचार, मार्केटिंग, ग्राफिक्स, स्टोरी लाइन है। जिसने पूरा भारतीय सिनेमा को एक नया रूप दे रहा है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 29 November 2025 at 17:16 IST