अपडेटेड 4 April 2023 at 15:46 IST

Hooghly Violence के बाद राज्यपाल ने किया हिंसा ग्रस्त इलाकों का दौरा, बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

पश्चिम बंगाल के गर्वनर सीवी आनंद बोस दार्जिलिंग से सीधे हिंसाग्रस्त इलाकों में पहुंचे। उन्होंने हुगली जिले के रिशरा और सिरमपुर का दौरा किया।

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PC: ANI | Image: self

West Bengal Governor On Mobocracy: पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करने के बाद गवर्नर ने मीडिया से भी बात की। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य दोनों मिलकर भीड़तंत्र की जड़ को खत्म करने पर काम करेंगे और सभी प्रवर्तन एजेंसियां ठोस कार्रवाई करेंगी। बोस G20 बैठक में शामिल होने दार्जिलिंग पहुंचे थे।

बोस ने कहा- 'हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केन्द्र, राज्य और मीडिया साथ मिलकर भीड़तंत्र (Mobocracy) को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे। हम कभी भी असामाजिक तत्वों को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं देंगे। हम गलत काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। बंगाल लंबे समय से लड़ाई लड़ रहा है, हम इसे अंतिम रूप देंगे। लोगों को शांति से रहने का अधिकार है, यह अधिकार किसी भी कीमत पर स्थापित किया जाएगा।' इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत की।

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'गेट नम्बर 4' पर पहुंचे राज्यपाल

दार्जिलिंग से कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे राज्यपाल सीधे रिशरा पहुंचे। यहां बोस उस गेट नम्बर 4 पर पहुंचे जहां सबसे ज्यादा हिंसा और अगजनी की वारदात हुई थी। 2 अप्रैल 2023 (रविवार ) को इसी इलाके में रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के समय पथराव हुआ। शोभा यात्रा में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और विधायक बीमन घोष शामिल हुए थे।

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हिंसा में विधायक बीमन घोष चोटिल हुए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद सीरमपुर के कुछ इलाकों में भी तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थीं जिसके बाद इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई और कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए।

फेंके गए थे बम

आरोप है कि ट्रेन और रेल सिग्नल को टारगेट कर बम भी फेंके गए। कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आईं जिसमें कई वाहनों को आग के हवाले करते देखा गया। बिगड़े हालात को काबू करने के लिए पुलिस को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी थी आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए।

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42 संगठन निकाल रहे थे यात्रा

रामनवमी पर हावड़ा में शोभायात्रा में शामिल कुछ लोगों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया था कि प्रशासन की अपील के बाद शोभायात्रा को 42 संगठन मिलकर एक साथ निकाल रहे थे। इस बात का ख्याल रखा गया कि शोभायात्रा से स्थानीय लोगों और प्रशासन को व्यवस्था करने में दिक्कतें न पेश आएं। बावजूद इसके शोभायात्रा पर पथराव किया गया।रामनवमी के ठीक अगले दिन, शिबपुर इलाके में भी पथराव की घटनाएं सामने आई है। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लाठीचार्ज किया था।

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Published By : Digital Desk

पब्लिश्ड 4 April 2023 at 15:44 IST